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10 बजते ही सड़कों पर पसरा सन्नाटा, जानें क्यों - लखनऊ में नाइट कर्फ्यू का पहला दिन

यूपी की राजधानी लखनऊ में कोरोना के बढ़ते मामलों को देखते हुए शहर में नाइट कर्फ्यू लगा दिया गया है. इसका असर भी गुरुवार रात 9 बजे के बाद देखने को मिला. शहर में सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा. हालांकि बीते दिनों शहर में कोरोना गाइडलाइन उल्लंघन के कई मामले सामने आ चुके हैं.

नाइट कर्फ्यू लगने के बाद पसरा सन्नाटा.
नाइट कर्फ्यू लगने के बाद पसरा सन्नाटा.

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Published : Apr 9, 2021, 9:31 AM IST

लखनऊ: वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए राजधानी में लगाए गए नाइट कर्फ्यू के पहले दिन ही सड़कों पर इसका असर देखने को मिला. तेजी से बढ़ रहे कोरोना के मरीजों की संख्या पर लगाम लगाने के लिए राज्य सरकार ने महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुए 8 अप्रैल से 16 अप्रैल तक 9 घंटे के रात्रि कर्फ्यू की घोषणा की है. इन 8 दिनों में कोरोना के मरीजों की बढ़ रही संख्या पर अगर ब्रेक लग गया, तो मुमकिन है कि रात्रि कर्फ्यू की अवधि को 16 अप्रैल को समाप्त कर दिया जाए. कोरोना वायरस की दूसरी लहर को देखते हुए शहर वासियों के मिजाज को देखकर ऐसा लगता नहीं है कि इस बार लोग कोरोना वायरस को लेकर सभी लोग गंभीर है. लापरवाही की शिकायतें लगातार देखने को मिल रही हैं.

नाइट कर्फ्यू लगने के बाद पसरा सन्नाटा.

यात्रियों को अपने घर पहुंचने में हुई परेशानी
गुरुवार रात को रेलवे स्टेशन व बस स्टेशनों पर यात्रियों को काफी परेशानी उठानी पड़ी. कुछ यात्रियों की ट्रेन रात में पहुंची, जिन्हें अपने घर पहुंचने में मुश्किल हुई. उन्हें ऑटो या दूसरे साधन नहीं मिले. इसके कारण यात्रियों ने पूरी रात स्टेशन में ही काटी. दूसरी ओर खाने-पीने की दुकानें बंद होने के कारण कई यात्री रात भर भूखे रहे. ऐसे हालात बस स्टेशनों पर भी देखने को मिला. बस स्टेशन पर लोगों को सोने में भी काफी दिक्कत हुई. यहां यात्रियों को बैठे-बैठे रात कटनी पड़ी. नाइट का जायजा लेने के लिए संयुक्त पुलिस कमिश्नर सड़कों पर निकले और उन्होंने खुली दुकानों को भी बंद कराया.

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कई स्थानों का डायवर्जन
अमीनाबाद, बालागंज जैसे क्षेत्रों में पुलिसकर्मियों द्वारा जनता से अभद्रता करने का भी मामला सामने आया है. यहां मास्क व चेकिंग के नाम पर पुलिसकर्मियों द्वारा अपशब्द कहे जाने का आरोप लगा. हालांकि इस पर जांच के आदेश दिए गए हैं. पुलिस कमिश्नर पीके ठाकुर के आदेश पर कई स्थानों पर रूट डायवर्ट किया गया. जगह-जगह बैरिकेडिंग करके रास्ते बंद किए गए. मेडिकल स्टोर, पेट्रोल पंप, नर्सिंग होम, अस्पतालों को छोड़कर सभी को बंद कराया गया है. 7 अप्रैल 2021 को पूरे देश में एक लाख 15 हजार से ज्यादा मरीज मिले हैं. मरीजों का यह आंकड़ा इस साल का सबसे बड़ा आंकड़ा साबित हुआ है.

24 घंटे के अंदर 1300 से ज्यादा मरीज
राजधानी में बुधवार को 24 घंटे के दौरान 1300 से ज्यादा कोरोना के मरीज मिले. हालांकि कोरोना वायरस के दायरे को बढ़ने से रोकने के लिए सरकार के वैक्सीनेशन का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है, लेकिन देश में जन-जन तक इतनी जल्दी वैक्सीन पहुंच पाना आसान नहीं है. ऐसे हालात में जरूरी है कि लोग सरकारी गाइडलाइन पर अमल करते हुए कोरोना वायरस के प्रकोप से खुद बचें, ताकि कोरोना जैसी महामारी को बेकाबू होने से रोका जा सके.

जरूरी सेवाओं के लिए मान्य होंगे परिचय पत्र
डीएम अभिषेक प्रकाश ने बताया कि जरूरी सेवाओं के लिए लोगों के परिचय पत्र ही पास के रूप में मान्य होंगे. उन्होंने यह भी कहा कि रेलवे स्टेशन, बस अड्डा, एयरपोर्ट पर आने जाने वालों पर रोक नहीं रहेगी.

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कैसे होगी तरावीह की नमाज ?
14 अप्रैल से पवित्र रमजान का महीना भी शुरू हो रहा है. पवित्र रमजान में तरावीह की विशेष नमाज मस्जिदों में पढ़ी जाती है. तरावीह की विशेष नमाज रात करीब 9 बजे ही शुरू होती है, लेकिन 9 से रात्रि कर्फ्यू लागू हो गया है. ऐसे में मस्जिदों में तरावीह की विशेष नमाज कैसे अदा की जाएगी, इसको लेकर लोगों में चिंता है. कुछ लोगों ने कर्फ्यू के दौरान तरावीह के नमाज में ढील देने के लिए जिम्मेदारों से आग्रह भी किया है.

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