लखनऊः यूपी के 22 जिले इस समय बाढ़ की चपेट में हैं. इन जिलों के लगभग 466 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं. प्रदेश में नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. यमुना और गंगा नदी तीन दिन से लगातार खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. ऐसे में कई जिलों में राहत एवं बचाव कार्य तेज कर दिए गए हैं. साथ ही अधिकारी लगातार बाढ़ क्षेत्रों पर निगरानी बनाए हुए हैं.
इन जिलों में है भयावह स्थिति
जनपद गाजीपुर इन दिनों गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है. जिसकी वजह से जनपद की जमानिया तहसील और मोहम्दाबाद तहसील बाढ़ से प्रभावित है. मौजूदा समय की बात करें तो जनपद में गंगा खतरे के निशान से करें 1 मीटर से भी ऊपर बह रही है. ऐसे में बाढ़ से प्रभावित इलाकों का जिले के आलाधिकारियों ने निरीक्षण किया. जिला अधकारी मंगला प्रसाद सिंह और पुलिस अधीक्षक डॉक्टर ओम प्रकाश सिंह अपने पूरी लाव लश्कर के साथ जमानिया तहसील के उतरौली, नसीरपुर, हसनपूरा, बिरउपुर, दुल्लापुर, रामपुर का स्थलीय निरीक्षण कर बाढ़ का जायजा लिया. बाढ़ से पशुपालक भी प्रभावित हुए हैं. बाढ़ के चलते पशुओं के लिए चारे की व्यवस्था नहीं हो पा रही है.
साथ ही सम्बन्धित ग्राम प्रधानों को निर्देश दिया कि, वे अपने निधि से क्षेत्र में जनरेटर की व्यवस्था सुनिश्चित रखेंगे तथा बाढ़ से प्रभावित लोगों के सम्बन्ध में सूचना संकलित कर तत्काल कन्ट्रोल रूम को सूचित करेंगे. जिससे प्रभावित लोगों को बनाए गए आश्रय केन्द्रों पर पहुंचाया जा सके. इसके साथ ही लोगों के आवागमन के लिए बाढ़ प्रभावित गांवों के लिए 2-2 नाव की व्यवस्था कर दी गई है. बाढ़ चौकियां भी बनाई गई हैं और इन चौकियों पर जिम्मेदार अधिकारियों और कर्मचारियों को रहने का निर्देश जारी किया गया है. राहत केंद्र बनाए जाने के लिए सुरक्षित स्थान चिन्हित करने का निर्देश भी जारी किया गया है.
मोहम्दाबाद तहसील के सेमरा गांव में 2012 में गंगा नदी में कटान से पीड़ित सड़क किनारे झोपड़ी बनाकर रह रहे थे. अब इस बार की बाढ़ में इनकी झोपड़ी में भी पानी घुस गया है. जिसके चलते लोगों को पास के प्राइमरी विद्यालय में शरण लेनी पड़ी है. 3-4 दिनों में यहां पर 25 से 30 बीघा भूमि गंगा में समाहित हो चुकी है.
चंदौली में बाढ़ का कहर
चंदौलीःगंगा के जल स्तर में लगातार बढ़ोतरी जारी है. गंगा का जल स्तर खतरे के निशान को पार कर गया. अभी भी जल स्तर चार सेमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़ रहा है. वर्तमान में गंगा 72.02 मीटर पर बह रही हैं. इसके चलते जिले में नियामताबाद ब्लॉक के जलीलपुर, कुंडा, बहादुरपुर, मवई कला सहित अन्य गांवों में गंगा कटान तेजी पर है. कुंडाखुर्द गांव के मल्लाह बस्ती में भी कटान तेजी पर है. इससे ग्रामीण परेशान हैं.
वहीं चहनियां के रौना, कैली, भूपौली, डेरवा, महड़ौरा, कांवर, पकड़ी, महुअरिया, विशापुर, महुआरी, सराय, बलुआ समेत दो दर्जन भर गांव बाढ़ की चपेट में हैं. वहीं धानापुर ब्लॉक में लगातार बढ़ रहे जलस्तर ने तटवर्ती ग्रामीणों की चिंता बढ़ा दी है. क्षेत्र के तटवर्ती नौघरा, बुद्धपुर, हिंगुतरगढ़, दीयां-रामपुर, प्रसहटां, गद्दोचक, नेकनामपुर, करीं, नादी, निधौरा, नरौली, नगवां, अमादपुर, मेढ़वां, सकरारी, कोहणां, पपरौल, प्रहलादपुर, गुरैनी समेत अन्य गांवों की फसलें डूबनें से किसान काफी परेशान हैं.
बाढ़ से निचले स्तर के प्रभावित होने वाले 43 गांव चिह्नित किए गए हैं. सबसे अधिक प्रभावित 14 गांव हैं. सुरक्षा की दृष्टि से भूपौली, नादी निधौरा, मथेला, बलुआ, टांडा कला, चहनिया, धानापुर, अमादपुर, डबरिया, बीरासराय आदि 13 बाढ़ चौकी स्थापित की गई हैं. सुरक्षा के लिए आठ बड़ी नाव , 12 मझोली और 39 छोटी नाव और छह गोताखोर का चयन किया गया है. वहीं अपनी बहन की ससुराल में रह रहा एक गाजीपुर के अंकित की गंगा में डूबने से मौत हो गई.
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