लखनऊ : राजधानी में फिलहाल 75 जगहों पर हेल्थ एटीएम लगाए गए थे, जिनमें से कुछ ही हेल्थ एटीएम अच्छी तरह से संचालित हैं कई कबाड़ हो गए हैं. इसके अलावा राजधानी में 25 हेल्थ एटीएम जल्द ही शुरू करने की तैयारी चल रही है. इनके लिए सीएमओ ने पैरामेडिकल स्टाफ आवंटित कर दिए हैं. बता दें कि अगर यह हेल्थ एटीएम अच्छी तरह से संचालित होते तो घंटों मरीजों का अस्पताल में समय बर्बाद नहीं होता. 40 प्रकार की जांचें सिर्फ 10 मिनट में हो जातीं और लगे हाथ रिपोर्ट भी हासिल हो जाती है.
कैसरबाग स्थित हेल्थ एटीएम सड़क के इतने कोने मे लगा है कि अतिक्रमण के कारण हेल्थ लोगों को दिखाई ही नहीं देता है. इसके अलावा नगर निगम की ओर से उसी जगह पर डंपिंग जोन बनाया गया है. उस एरिए का सारा कूड़ा वहीं पर रखा जाता है. साथ ही अमीरुद्दौला लाइब्रेरी में जो व्यक्ति पढ़ने के लिए आते हैं वह अपनी गाड़ी को वहीं पर पार्क करते हैं. जिस कारण हेल्थ एटीएम गाड़ियों और कूड़े के पीछे छिप जाता है. इसके अलावा शहर में बहुत सारे हेल्थ एटीएम ऐसे हैं जहां पर ताले लटके हुए हैं. कहने को तो शहर में मौजूदा समय में 75 हेल्थ एटीएम लगे हैं, लेकिन सुचारू रूप से कोई भी हेल्थ एटीएम नहीं चल रहा है. लालबाग स्थित लखनऊ स्मार्ट सिटी दफ्तर के ठीक सामने लगे हेल्थ एटीएम का भी यही हाल है. रोजाना यहां पर 10 से 15 लोग चेकअप के लिए पहुंचते हैं, लेकिन अधिकतर यहां पर सर्वर ठप हो जाने की शिकायतें आती हैं. जिस कारण मरीज बिना जांच के ही वापस लौट जाते हैं. ईटीवी भारत की टीम हेल्थ एटीएम की पड़ताल के लिए निकली. मौके पर सर्वर ठप मिला, वहीं दूसरी जगह पर हेल्थ एटीएम के बाहर ताला लटका मिला. ऐसे में सरकार तमाम दावे और वादे तो पेश कर रही है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती है.
बता दें कि लखनऊ स्मार्ट सिटी के तहत 25 और नए हेल्थ एटीएम लगाए जाने की बात हो रही है. स्वास्थ्य विभाग के स्वास्थ्य निदेशक डॉ. राजा गणपति राय ने कहा कि '25 हेल्थ एटीएम जल्द ही शुरू होंगे. इनके लिए सीएमओ ने पैरामेडिकल स्टाफ आवंटित कर दिया है. इन हेल्थ एटीएम से भी आम लोग जल्द ही 40 प्रकार की जांचों की 10 मिनट में रिपोर्ट हासिल कर सकेंगे. अस्पतालों की लंबी लाइन और पैथालॉजी की महंगी जांच से आम लोगों को बचाने के लिए स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत शहर में लगभग 100 हेल्थ एटीएम लगाए गए हैं. इनमें से लगभग 75 एटीएम में जांच की सुविधा शुरू हो गई है, लेकिन 25 में पीजीआई का मेडिकल स्टाफ न मिल पाने से ताला लगा हुआ था. जल्द ही यह भी शुरू होंगे.'