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अब पॉलिटेक्निक कॉलेजों में अंग्रेजी, फ्रेंच सहित कई विदेशी भाषाएं भी पढ़ाई जाएंगी - Language Lab for Polytechnic students

उत्तर प्रदेश के सरकारी पॉलिटेक्निक कॉलेजों में विद्यार्थियों को विदेशी भाषाएं भी सीखने का मौका मिलेगा. इसके लिए 145 पॉलिटेक्निक में लैंग्वैज लैब बनाया जा रहा है.

Polytechnic collage in up
Polytechnic collage in up

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Published : May 18, 2023, 4:32 PM IST

लखनऊ: प्रदेश के सभी राजकीय और अनुदानित पॉलिटेक्निक कॉलेज में अब बच्चों को अपने ट्रेड के विषय पढ़ने के साथी दूसरी भाषा सीखने का मौका मिलेगा. इसके लिए सभी सरकारी पॉलिटेक्निक में लैंग्वेज लैब शुरू करने की अनुमति सरकार की ओर से मिल गई है. शैक्षणिक सत्र 2023-24 से प्रदेश के कुल 145 राजकीय व अनुदानित पॉलिटेक्निक्स में लैंग्वेज लैब स्थापित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. प्रदेश शिक्षा परिषद की ओर से बीते सत्र में यह योजना शुरू किया जाना था लेकिन बजट के अभाव के कारण इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था. इस बार फिर से सरकार ने इस योजना के लिए सभी राजकीय व अनुदानित पॉलिटेक्निक को बजट एलोकेट कर दिया है.


25 से 50 कंप्यूटर का लैब बनाना अनिवार्यःलैंग्वेज लैब के लिए सभी राजकीय अनुदानित पॉलिटेक्निक को अपने न्यूनतम 25 व अधिकतम 50 कंप्यूटर का लैंब बनाना अनिवार्य है. विभाग ने सभी राजकीय पॉलिटेक्निक को इस वर्ष इस लैब की स्थापना हर हाल में पूरा करने के निर्देश दिए हैं. इसके अलावा सभी राजकीय पॉलिटेक्निक में हर क्लास के बच्चों के लिए अलग से समय सारणी निर्धारित कर लैंग्वेज सीखने का मौका दिया जाएगा. इस कोर्स को बच्चे वोकेशनल कोर्स के तौर पर पढ़ेंगे. विभाग वित्तीय वर्ष 2024 के पूरा होने से पहले आधे से अधिक राजकीय पॉलिटेक्निक में लैंग्वेज लैब की स्थापना करने का लक्ष्य रखा है.

वोकेशनल कोर्स के तर्ज पर चलेंगे यह विषयःसभी पॉलिटेक्निक में लैंग्वेज लैब में छात्रों को एक विषय वोकेशनल कोर्स के तौर पर पढ़ने का मौका दिया जाएगा. छात्रों को अंग्रेजी, फ्रेंच जर्मन के अलावा जो भी भाषा पढ़ना चाहते हैं, उसके लिए ऑनलाइन स्टडी मैटेरियल व टेस्ट सबकुछ ऑनलाइन आयोजित होगा. सप्ताह में कम से कम 3 दिन छात्रों को क्लास करना अनिवार्य होगा. इस योजना से करीब 80000 छात्रों को विदेशी भाषाएं पढ़ने का मौका मिलेगा. सचिव प्राविधिक शिक्षा परिषद एफआर खान ने बताया कि लैंग्वेज लैब बनाने के काम शुरू हो गया है. जल्द ही प्रदेश के सभी राजकीय पॉलिटेक्निक में छात्रों को विभिन्न भाषाएं सीखने का मौका मिलेगा. इसमें बच्चे ऑनलाइन माध्यम से अंग्रेजी, फ्रेंच व जर्मन सहित विदेशी भाषा सीख सकेंगे. सचिव ने बताया कि एक लैंग्वेज लैब में औसतन करीब 15 से 20 लाख रुपये का खर्च आना है. जिसमें लैब की स्थापना के साथ ही ऑनलाइन स्टडी मैटेरियल आदि सबकुछ की व्यवस्था संस्थान द्वारा ही किया जाएगा.


पॉलीटेक्निक में बनेंगे 100 स्मार्ट क्लास रूमःइसके अलावा प्रदेश के 100 पॉलिटेक्निक को स्मार्ट बनाया जाएगा. प्राविधिक शिक्षा विभाग के डिप्लोमा सेक्टर से जुड़े सभी पॉलीटेक्निक को स्मार्ट क्लास रूम बनाने की कवायद शुरू कर दिया है. 54 पॉलीटेक्निक में स्मार्ट क्लास बनाने के बाद अब विभाग बचे हुए संस्थानों में स्मार्ट क्लास रूम बनवाने जा रहा है. इस पूरे प्रोजेक्ट पर करीब चार करोड़ रुपये खर्च होगा. प्राविधिक शिक्षा परिषद सचिव एफआर खान ने बताया कि पॉलीटेक्निक में अभी तक पुरानी पद्धति से पढ़ाई होती आ रही है. नई शिक्षा नीति और बदलती टेक्नोलॉजी के साथ अब आगे बढ़ना होगा. इसलिए पॉलीटेक्निक संस्थानों में स्मार्ट क्लास रूम का कांसेप्ट शुरू किया गया है. उन्होंने बताया कि राजकीय पॉलीटेक्निक लखनऊ (जीपीएल) और राजकीय महिला पॉलीटेक्निक लखनऊ (जीजीपीएल) में एक-एक स्मार्ट क्लास रूम पहले ही बना है. इसके अलावा अभी तक प्रदेश में कुल 63 स्मार्ट क्लास रूम चल रहे हैं.

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