लखनऊ :यूपी विधानसभा चुनाव-2022 के लिए शुक्रवार को नामांकन का सिलसिला जारी रहा. नामांकन के बाद कई पार्टियों के पत्याशियों ने शासन व्यवस्था पर सवाल उठाए, तो कुछ प्रत्याशियों ने विपक्षी दलों पर निशाना साधा. प्रदेश भर में हुए नामांकन की प्रक्रिया शांतिपूर्ण संपन्न हुई.
पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने किया नामांकन
शुक्रवार को कुशीनगर जिले की फाजिलनगर विधानसभा सीट से यूपी के पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने सपा से नामांकन किया. सपा ने पहली बार फाजिलनगर विधानसभा सीट से स्वामी प्रसाद मौर्य को प्रत्याशी बनाया है.
नामांकन करने के बाद सपा प्रत्याशी व पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने बीजेपी व मौजूदा सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सीएम योगी को राष्ट्रीय नेताओं की कृपा से सीएम का पद मिला है, लेकिन अब वह जिंदगी में कभी भी सीएम के पद पर नहीं बैठ पाएंगे.
मौर्य ने कहा कि सीएम योगी वोट के सौदागर हैं. योगी के अलोकतांत्रिक चेहरे को जनता ने देख लिया है. योगी आदित्यनाथ के गर्मी उतारने वाले सवाल पर मौर्य ने कहा कि किसी की गर्मी उतारने की बात करना सीएम की भाषा नहीं हो सकती है. वे सीएम नहीं, गुंडे-मवाली की भाषा बोल रहे हैं. यह लोकतांत्रिक व्यवस्था की हत्या है. स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा की सीएम योगी चिंता न करें, 10 मार्च के बाद खुद उनकी गर्मी उतर जाएगी.
पर्चा निरस्त होने पर प्रत्याशी ने शासन पर उठाए सवाल
हमीरपुर जिले की मौदहा विधानसभा सीट-228 से अखिल भारतीय सोशलिस्ट पार्टी के प्रत्याशी सौरभ दुबे का पर्चा निरस्त हो गया. पर्चा खारिज होने के बाद मौदहा सीट के दावेदार प्रत्याशी सौरभ दुबे ने प्रशासनिक अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाया. सौरभ दुबे का आरोप है कि जिम्मेदार अधिकारियों ने राजनीतिक दबाव में आकर ऐसा कदम उठाया है.
गौरतलब है कि मौदहा विधानसभा क्षेत्र के ग्राम कुहेटा निवासी सौरभ दुबे अखिल भारतीय सोशलिस्ट पार्टी से प्रत्याशी के दावेदार थे. उन्होंने 29 जनवरी को अपना नामांकन पत्र दाखिल किया था. 2 फरवरी को नामांकन पर्चे की जांच के दिन जब सौरभ दुबे आरओ ऑफिस पहुंचे, तो उन्हें नामांकन खारिज होने की जानकारी हुई. सौरभ दुबे इस मामले को कोर्ट तक ले जाने की बात कह रहे हैं.
सिद्धार्थनगर में कांग्रेस प्रत्याशी ने कराया नामांकन