लखनऊ :जून माह में चले भारतीय जनता पार्टी के महासंपर्क अभियान के दौरान कई जिलों में भाजपा सांसदों के खराब प्रदर्शन की बात सामने आ रही है. सूत्रों के मुताबिक, लाभार्थियों की सार्वजनिक सभा आयोजित करने के लिए 10 हजार की भीड़ निर्धारित की गई थी, लेकिन, कम से कम 12 जिलों में भारतीय जनता पार्टी की सभा में बहुत कम भीड़ रही, जिससे संगठन स्तर पर नाराजगी है. इस संबंध में उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष और महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह से रिपोर्ट ली है. इन जिलों में अब सांसदों के टिकट पर खतरा मंडरा रहा है.
इस महासंपर्क अभियान के दौरान भाजपा ने प्रत्येक लोकसभा क्षेत्र में एक जनसभा का आयोजन किया था. सूत्रों के मुताबिक, इस जनसभा का लक्ष्य 10 हजार लोगों को जुटाना था, मगर अनेक जिलों से जानकारियां मिलीं कि वहां सांसद भी भीड़ नहीं जुटा सके थे. इसको लेकर हाल ही में भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी और महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह के साथ वर्चुअल बातचीत की थी और पूरी रिपोर्ट उनके सामने रखी गई थी. भारतीय जनता पार्टी से जुड़े सूत्र बताते हैं कि नोएडा, कन्नौज, जौनपुर, हाथरस, बहराइच जैसे जिलों में बहुत कम भीड़ जुटी. बहुत अधिक गर्मी होने के बावजूद कई जगह जर्मन हैंगर नहीं लगाए गए. घोसी और लालगंज में भी कम भीड़ रही थी.
उत्तर प्रदेश में बदले जा सकते हैं कम से कम 30 टिकट! : सूत्रों के मुताबिक, उत्तर प्रदेश भारतीय जनता पार्टी लोकसभा चुनाव के दौरान करीब 30 वर्तमान सांसदों के टिकट काट सकती है. महासंपर्क अभियान के दौरान जिन सांसदों के खराब प्रदर्शन की रिपोर्ट है, उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जा सकती है. जिसमें उनका टिकट भी कट सकता है.