लखनऊ:पीलीभीत से सटेभारत-नेपाल बॉर्डर पर नेपाल पुलिस की गोली से घायल गुरमेज अब खतरे से बाहर है. लखनू के केजीएमयू अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है. ज्ञात हो कि बीते गुरुवार शाम को नेपाल पुलिस की तरफ से की गई फायरिंग में एक किसान की मौत हो गई थी, वहीं गुरमेज गोली लगने से घायल हो गयाथा, जिसेकेजीएमयू के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया था. केजीएमयू में भर्ती गुरमेज की हालत में सुधार है. उसकी छाती और पेट में चोटें आई हैं. वहीं चेस्ट एक्सरे में गोली लगने की पुष्टि हुई है. परिजनों ने नेपाल पुलिस पर गोली मारने का आरोप लगाया है.
केजीएमयू में चल रहा इलाज
केजीएमयू के ट्रॉमा सर्जरी विभाग के डॉ. समीर मिश्रा के मुताबिक पीलीभीत निवासी गुरमीत को गुरुवार रात को केजीएमयू ट्रॉमा सेंटर लाया गया था. यहां गुरमेज का कोरोना टेस्ट कराया गया, जिसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई. इसके बाद गुरमेज को इमरजेंसी वार्ड में शिफ्ट किया गया. गुरमेज के शरीर में दो चोटें मिली हैं. इसमें एक छाती में ऊपरी तरफ गोली मिली है. वहीं पेट में भी चोट है, लेकिन जांच में पेट में कोई गोली नहीं मिली है. पेट की चोट कैसी है,यह फॉरेंसिक रिपोर्ट से पता चलेगा. वर्तमान में गुरमेज की हालत में सुधार है. परिजनों ने नेपाल पुलिस पर गोली मारने का आरोप लगाया है. गुरमेज के शरीर में संक्रमण फैलने से बचाव और चेस्ट का प्रेशर कम करने के लिए इंट्रल पोस्टल ड्रेनेज ट्यूब डाल दी गई है. गौरतलब है कि नेपाल बॉर्डर भारतीय किसान के साथ यह घटना शाम सात बजे के करीब हुई थी. वहीं घायल को देर रात ट्रॉमा सेंटर में भर्ती किया कराया गया है.
नेपाल पुलिस का बयान
नेपाल पुलिस के अधिकारियों के मुताबिक चार युवक देश में ड्रग्स की तस्करी कर रहे थे. पुलिस ने जब उनकों रोका तो उन्होंने नेपाल सीमा के दो सौ मीटर अंदर फायरिंग शुरू कर दी. जिसमें जवाबी कार्रवाई में एक युवकी मौत हो गई.
परिजनों का नेपाल पुलिस पर आरोप