हरिद्वार:निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि का कहना है कि कुछ अराजक तत्व उनको और देश के प्रमुख संतों को खत्म कर देना चाहते हैं. कुछ दिन पहले उनके हरिद्वार के चंडी घाट स्थित आश्रम में एक व्यक्ति आया था और नाम बदलकर आश्रम के रजिस्टर में बाकायदा उसने एंट्री की और उनकी रेकी की, जिसको प्रयागराज पुलिस ने पकड़ भी लिया है. पुलिस की गिरफ्त में आने के बाद आरोपी लगातार अपने बयान बदल रहा है. आरोपी से पुलिस को कड़ी पूछताछ करके यह पता लगाना चाहिए कि देश के संतों को बदनाम करने की कौन सी साजिशें हो रही हैं और इनके पीछे क्या मकसद है?
खीर में जहर देकर हत्या की साजिश: इस मौके पर अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष महंत रविंद्रपुरी और महंत हरि गिरि भी मौजूद रहे. उन्होंने कहा कि प्रयागराज के परी अखाड़ा प्रमुख त्रिकाल भवंता ने इस साजिश का खुलासा किया है. उन्होंने बताया कि संदिग्ध आरोपी व्यक्ति स्वामी कैलाशानंद गिरि को खीर में जहर मिलाकर उनकी हत्या करना चाहता है. ऐसे में अब संतों को भी अपने सुरक्षा के कड़े इंतजाम करने होंगे. जहां भी भंडारा होगा, वहां पर सीसीटीवी लगवाए जाएं. ताकि कोई भी भंडारे में किसी भी तरह की मिलावट ना कर सके. रविंद्रपुरी ने कहा कि निरंजनी अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर हों या फिर सचिव सभी के पीछे कुछ अराजक तत्व पड़े हुए हैं, जो कि हमें खत्म करना चाहते हैं.