लखनऊ : बलिया जनपदके रेवती थाना इलाके के दुर्जनपुर में कोटे के विवाद में शनिवार को हुए गोलीकांड में फरार चल रहे मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह को उसके दो साथियों के साथ आज लखनऊ के जनेश्वर पार्क के पास से एसटीएफ ने गिरफ्तार किया. दरअसल एसटीएफ के एएसपी राजेश सिंह की टीम ने तीनों आरोपियों को मुखबिर की सूचना पर गिरफ्तार किया. धीरेंद्र की गिरफ्तारी को लेकर यूपी पुलिस पर काफी दबाव था. वहीं एसटीएफ की पूछताछ में मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि वह निर्दोष है उसने जानबूझकर गोलियां नहीं चलाई थीं. दूसरी तरफ से फायरिंग हो रही थी. इसलिए अपने बचाव में उसने गोली चलाई. इसमें जयप्रकाश की मौत हो गई. अगर वह गोली नहीं चलाता तो उसकी भी जान जा सकती थी.
बलिया गोलीकांड: जानिये... एसटीएफ से पूछताछ में क्या बोला मुख्य आरोपी - dhirendra pratap singh
बलिया के चर्चित गोलीकांड के मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह को रविवार को सुबह यूपी एसटीएफ की टीम ने गिरफ्तार किया. वहीं एसटीएफ की पूछताछ में आरोपी ने बताया कि अगर वह गोली नहीं चलाता तो उसकी जान चली जाती.
बीते दिनों से फरारा चल रहे बलिया गोलीकांड के मुख्य आरोपी और उसके दो साथियों को गिरफ्तार करने में यूपी एसटीएफ की टीम को बड़ी सफलता मिली है. लखनऊ के जनेश्वर मिश्रा पार्क के पास से बलिया के थाना रेवतीपुर के दुर्जनपुर गोलीकांड का मुख्य आरोपी धीरेंद्र प्रताप सिंह अपने दो साथियों के साथ गिरफ्तार किया गया है. तीनों साथियों पर 50-50 हटार रुपये का इनाम पुलिस ने घोषित कर रखा था. गिरफ्तारी के बाद धीरेंद्र से हुई पूछताछ में उसने एसटीएफ को बताया कि गांव में कोटे की दुकान को लेकर 15 अक्टूबर के दिन पंचायत चल रही थी. इसमें करीब 2000 लोग इकट्ठा थे. वहीं पंचायत में दूसरे पक्ष के लोगों से उनका विवाद हो गया. फिर गोलियां चलने लगीं. इसलिए बचाव में उसने भी गोली चलाई, जिसमें जयप्रकाश की मौत हो गई. उसने बताया कि अपने बचाव में मैंने गोली चलाई थी, इसलिए मैं निर्दोष हूं.