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राजभर ने हर कदम पर तोड़ी गठबंधन धर्म की मर्यादा: महेंद्र नाथ पांडेय

ओमप्रकाश राजभर के योगी सरकार की कैबिनेट से बर्खास्तगी के बाद भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र नाथ पांडेय ने अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की है. उन्होंने कहा कि राजभर ने गठबंधन धर्म की सभी मर्यादाओं को तार-तार कर दिया, इसलिए पार्टी को यह फैसला लेना पड़ा.

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Published : May 20, 2019, 3:04 PM IST

महेंद्र नाथ पांडेय ने राजभर की बर्खास्तगी का किया स्वागत.

लखनऊ:भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय ने ओमप्रकाश राजभर की बर्खास्तगी को लेकर कहा है कि भाजपा गठबंधन धर्म निभाने और अपने सहयोगियों का सम्मान एवं भागेदारी करने वाला दल है. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि प्रदेश में हमारे गठबंधन में सहयोगी रहे ओमप्रकाश राजभर ने हर कदम पर गठबंधन धर्म की मर्यादा का न केवल उल्लंघन किया बल्कि उसे तार-तार भी किया, इसलिए योगी जी को यह निर्णय लेने पर विवश होना पड़ा.

राजभर की बर्खास्तगी के बाद बोले महेंद्र नाथ पांडेय

  • ओमप्रकाश राजभर को मंत्रिमंडल से बर्खास्त किए जाने का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का निर्णय स्वागत योग्य है.
  • राजभर ने गठबंधन में रहते हुए लगातार भाजपा और सरकार के खिलाफ आपत्तिजनक बयान दिए.
  • उन्होंने सरकार की नीतियों का विरोध किया और उसके अनुपालन में बाधा उत्पन्न कर अपने संवैधानिक दायित्वों की भी धज्जियां उड़ाईं.
  • सरकार ने उनकी पार्टी और कार्यकर्ताओं का समुचित समायोजन कर उन्हें पूरा सम्मान दिया.
  • हमें उम्मीद थी कि राजभर समाज ने जिस तरह से निरंतर भाजपा का सहयोग और समर्थन किया है, श्री राजभर उनके हित के लिए कार्य करेंगे.
  • इसके बावजूद राजभर ने उस समाज के हित के लिए लागू की गई योजनाओं का विरोध किया.
  • राजभर ने सिर्फ अपने पारिवारिक और निजी हितों को ही प्राथमिकता दी. इसके बाद भी भाजपा ने गठबंधन धर्म का निर्वाह करते हुए उनसे नाता बनाए रखा.

गाली-गलौच करने के बाद लेना पड़ा यह फैसला

  • भाजपा की मर्यादा और सहनशीलता को ओमप्रकाश राजभर हमारी कमजोरी समझ बैठे.
  • उन्होंने भाजपा के खिलाफ लोकसभा चुनाव में अपने उम्मीदवार खड़े किए और खुलकर विपक्ष का समर्थन भी किया. इसके बाद भी हमने संयम बनाए रखा.
  • उन्होंने पार्टी और कार्यकर्ताओं के खिलाफ अमयार्दित भाषा और गाली-गलौच का प्रयोग कर सभी मर्यादाएं और हदें तोड़ दीं, इसलिए अब भाजपा को कड़े फैसले लेने पर विवश होना पड़ा.

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