लखनऊ: राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने सोमवार को राजभवन में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के अवसर पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया. साथ ही सभी को बधाई दी. भारतवासियों के प्रिय और सदैव स्मस्णीय बापू और शास्त्री की जयंती के अवसर पर राजभवन के गांधी सभागार में बच्चों ने बापू के प्रिय भजन प्रस्तुत किए और सह-प्रस्तुतियां भातखंडे संगीत विश्वविद्यालय के कलाकारों ने दीं.
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने भजनों की मनमोहक प्रस्तुति की प्रशंसा की और बच्चों का उत्साहवर्धन किया. इस अवसर पर राज्यपाल ने कहा कि गांधी के विचार वैश्विक स्तर पर समझे और सराहे गए. उनके विचारों से देश और विदेश के लोगों ने प्रेरणा प्राप्त कर जीवन में सफलता पाई. उन्होंने देश के पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को याद करते हुए कहा कि उनका व्यक्तित्व और कृतित्व देशवासियों के लिए प्रेरणास्रोत रहा है.
राज्यपाल ने कहा कि शास्त्री जी अपने सादा जीवन, उच्च विचार तथा जन-जन के हित साधक के रूप में हमेशा याद किए जाते रहेंगे. उन्होंने कहा कि गांधी जी और शास्त्री जी जैसे महान संत पुरुषों से प्रेरणा प्राप्त करते रहना चाहिए, जो जीवन के साथ ही कार्यक्षेत्र में भी आवश्यक है. उन्होंने कहा कि गांधी जी ने स्वच्छता की शिक्षा देकर राष्ट्र को एक उत्कृष्ट संदेश दिया. कहा कि गांधी जी के सपने को पूरा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा 2 अक्टूबर 2014 को स्वच्छ भारत अभियान की शुरुआत की गई और इसी कड़ी में इस वर्ष एक अक्टूबर को स्वच्छता ही सेवा अभियान की शुरुआत की गई है, जो गांधी जी को सच्ची श्रद्धांजलि है.
राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने कहा कि आज नशा उन्मूलन और कुष्ठ रोग दिवस भी है. उन्होंने नशा को एक सामाजिक बुराई बताया और लोगों को नशे से दूर रहने की सलाह दी. इस अवसर पर उन्होंने कुष्ठ रोग के उन्मूलन के लिए कहा कि कुष्ठ रोगियों के प्रति स्नेह भाव रखें. उन्होंने गांधी जयंती के अवसर पर कहा कि कचरे का स्थान सुनिश्चित किया जाए. उन्होंने कहा कि कचरे का नियमित तौर पर निस्तारण सुनिश्चित हो. स्वच्छता को जीवन शैली में आत्मसात करने के लिए कहा. कहा कि स्वच्छता को आदत बनाएं तथा उसे दैनिक कार्यों में शामिल करें.