लखनऊ: राजधानी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नाक के नीचे शिक्षा माफिया इस सिस्टम को चुनौती दे रहे हैं. इन माफिया ने शहर के सबसे प्रतिष्ठित सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालय सेंटीनियल स्कूल पर कब्जा कर लिया है. यहां पढ़ने वाले 500 से ज्यादा बच्चों के स्कूल परिसर में प्रवेश पर रोक लगा दी गई है. इतना ही नहीं, इसी सरकारी सहायता प्राप्त विद्यालय के परिसर में एक नया प्राइवेट स्कूल शुरू कर दिया है. यह सब कुछ बीते 5-6 महीने में हो गया. हैरानी की बात है कि इतना बड़ा खेल होने के बावजूद शिक्षा विभाग का पूरा अमला खामोश बैठा रहा. इस पूरे मामले में पूर्व जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ. अमरकांत सिंह पर सवाल उठ रहे हैं.
माध्यमिक शिक्षक संघ शर्मा गुट की तरफ से इस पूरे प्रकरण की शिकायत माध्यमिक शिक्षा मंत्री गुलाब देवी के समक्ष दर्ज कराई गई है. संगठन के प्रदेशीय मंत्री एवं प्रवक्ता डॉ. आरपी मिश्र, जिलाध्यक्ष डॉ. आरके त्रिवेदी और जिला मंत्री महेश चन्द्र ने बताया कि सेंटीनियल इंटर कॉलेज में माफिया द्वारा कब्जा करके अनियमित रूप से मैथास्टि चर्च स्कूल खोल दिया गया है. कॉलेज के लगभग 500 छात्र विद्यालय में प्रवेश नहीं कर पा रहे हैं. उन्होंने बताया कि शिक्षाधिकारियों के निर्देश पर विद्यालय के प्रधानाचार्य ने 6 जुलाई तक विद्यालय बंद कर दिया है. आश्चर्य है कि प्रदेश की राजधानी में माफिया पर सरकार नियंत्रण नहीं कर पा रही है. एक ओर स्कूल चलो अभियान चल रहा है, जबकि दूसरी ओर सेंटीनियल इंटर कॉलेज के छात्र विद्यालय में प्रवेश के लिए तरस रहे हैं.
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