लखनऊ:कोरोना संकट के कारण देश में हुए लॉकडाउन के बाद से प्रदेश के शैक्षणिक संस्थान बन्द चल रहे हैं. लेकिन अब अनलॉक-5 की गाइडलाइन के मुताबिक 15 अक्टूबर से शिक्षण संस्थानों के साथ यूपी के सभी मदरसे भी खुल सकते हैं. हालांकि शिक्षण संस्थानों के साथ मदरसों को भी कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन करना होगा और मदरसा संचालकों सहमति के बाद ही मदरसे खोले जा सकते हैं.
लखनऊ: संचालकों की सहमति के साथ खुलेंगे यूपी के मदरसे - मदरसा संचालक की सहमति
कोरोना वायरस की महामारी के चलते उत्तर प्रदेश के मदरसे भी काफी समय से बंद चल रहे हैं. लेकिन अब नई गाइडलाइंस के मुताबिक तमाम शिक्षण संस्थानों के साथ उत्तर प्रदेश के मदरसे भी खुल सकेंगे.
यूपी के सिर्फ वही मदरसे खोले जाएंगे जिनके संचालक पूर्ण रूप से कोविड-19 की गाइडलाइन का पालने करने की की सहमति देंगे. यूपी मदरसा बोर्ड के रजिस्ट्रार आरपी सिंह ने बताया कि प्रदेश के सभी जिला अल्पसंख्यक अधिकारी (DMO) को निर्देशित किया गया है कि अपने जिलों में जिला प्रशासन के साथ समन्वय बनाकर रखें और जो भी जिला अधिकारी का ऑर्डर होगा उसको फॉलो करें. मदरसों को खोले जाने की अनुमति मिल जाने के बाद कोविड-19 की गाइडलाइन के तहत बच्चों के अभिभावकों की मर्जी से ही बच्चे शिक्षा ग्रहण करवाएं.
गौरतलब है कि काफी लंबे समय से कोरोना वायरस की महामारी भारत में भी पैर पसारे हुए है. ऐसे में रोजी रोजगार के अलावा शिक्षण संस्थानों पर भी भारी संकट आन पड़ा है और छात्रों की शिक्षा भी प्रभावित हुई है. जिसमें उत्तर प्रदेश के मदरसे के छात्र भी शामिल हैं. उत्तर प्रदेश में बड़ी संख्या में यूपी मदरसा बोर्ड के अंतर्गत छात्र-छात्राएं शिक्षा ग्रहण करते हैं. ऐसे में अगर सहमति बनती है तो 15 अक्टूबर से यूपी के मदरसे कोविड-19 की गाइड लाइन का पालन करते हुए खुल सकेंगे.