लखनऊ: चैत्र नवरात्र की षष्ठी तिथि यानी आज भक्तों ने आदिशक्ति मां दुर्गा के छठवें स्वरूप मां कात्यायनी की पूजा की. देवी मंदिरों में कहीं माता का शृंगार पीताम्बर से हुआ तो कहीं भक्तों ने मेवे से मां का शृंगार किया. कोविड-19 के कारण भक्तों को कहीं-कहीं ऑनलाइन दर्शन कराये गए.
यहां रोज होता है अलग-अलग शृंगार
मंदिर समिति की अध्यक्ष तृप्ति तिवारी ने बताया कि पूरे नवरात्र माता का शृंगार अलग-अलग स्वरूपों में किया जा रहा है. यहां तक कि सभी देवियों का शृंगार भी एक ही रंग से किया जाता है और भोग भी उसी रंग में अर्पित करते हैं.
मेवे से किया गया शृंगार
कुण्डरी रकाबगंज, शास्त्री नगर स्थित दुर्गा मंदिर में माता का शृंगार फूलों और मेवों से किया गया. मंदिर को भी रंग-बिरंगी पन्नियों से सजाया गया. मंदिर समिति के सदस्य सन्त मिश्रा ने बताया कि मंदिर में माता का शृंगार अलग-अलग चीजों से किया जा रहा है.
दूसरे मंदिरों में भी किया गया पूजा और शृंगार
ठाकुरगंज स्थित मां पूर्वी देवी एवं महकालेश्वर मंदिर में भी भी माता का रोज भव्य शृंगार किया जा रहा है. इसके अलावा शहर में चौक स्थित बड़ी काली जी मंदिर, छोटी काली जी मंदिर, संतोषी माता मंदिर सहित अन्य में भी मां कात्यायनी स्वरूप की पूजा की गई और शृंगार किया गया.