लखनऊ : लविवि भारतीय विज्ञान कांग्रेस के 109वें वार्षिक सत्र की मेजबानी के लिए चुना गया है. यह कार्यक्रम 3 से 7 जनवरी, 2024 तक आयोजित किया जाएगा. इस सम्मेलन में दुनिया भर से कम से कम 20 हजार प्रतिनिधियों के भाग लेने की संभावना है.
लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक राय ने बताया कि 'विश्वविद्यालय ने इससे पहले 1916, 1923, 1953, 1985 और 2002 में पांच बार भारतीय विज्ञान कांग्रेस की मेजबानी की है. भारतीय विज्ञान कांग्रेस की स्थापना का विचार लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रो.पीएस मैक मोहन और प्रो. जेएल सिमोंसेन द्वारा दिया गया था. भारतीय विज्ञान कांग्रेस एसोसिएशन की ओर से विश्वविद्यालय को यह जिम्मेदारी दी गई है. कार्यक्रम में कई नोबल पुरस्कार प्राप्त वैज्ञानिक भी प्रतिभाग करेंगे.'
जानकारी देते हुए लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने बताया कि 'भारतीय विज्ञान कांग्रेस 14 व्यापक वैज्ञानिक वर्गों के शिक्षाविदों के लिए एक बैठक का विशाल क्षेत्र है, जिसमें कृषि और वानिकी विज्ञान, पशु, पशु चिकित्सा और मत्स्य विज्ञान, मानव विज्ञान और व्यवहार विज्ञान (पुरातत्व, मनोविज्ञान, शिक्षा और सैन्य विज्ञान सहित), रासायनिक विज्ञान, पृथ्वी प्रणाली विज्ञान, इंजीनियरिंग विज्ञान, पर्यावरण विज्ञान, सूचना और संचार विज्ञान और प्रौद्योगिकी (कम्प्यूटर सहित विज्ञान), गणितीय विज्ञान (सांख्यिकी सहित), चिकित्सा विज्ञान (फिजियोलॉजी सहित), न्यू बायोलॉजी (जैव रसायन, बायोफिजिक्स और आणविक जीव विज्ञान और जैव प्रौद्योगिकी, भौतिक विज्ञान, पादप विज्ञान सहित) पर विचार विमर्श होगा. उन्होंने बताया कि इन वर्गों के अलावा, भारतीय विज्ञान कांग्रेस में महिला विज्ञान कांग्रेस, बाल विज्ञान कांग्रेस और राष्ट्र की वैज्ञानिक प्रगति और कौशल की प्रदर्शनी भी शामिल है.'
प्रधानमंत्री करेंगे उद्घाटन :कुलपति ने बताया कि 'परंपरागत रूप से देश के प्रधानमंत्री इस मेगा इवेंट का उद्घाटन करते हैं. लखनऊ विश्वविद्यालय वैश्विक पटल पर लगातार महत्वपूर्ण कदम उठा रहा है. इस पर प्रो. राय ने कहा है कि 'नैक ए++ हासिल करने के बाद लखनऊ विश्वविद्यालय को वैश्विक दर्शकों के सामने अपनी विशिष्टता और क्षमताओं को प्रदर्शित करने का एक और मौका मिला है और इस प्रयास में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी.'
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