लखनऊ :लखनऊ विश्वविद्यालय के प्राचीन भारतीय इतिहास विभाग के व्हाट्सएप ग्रुप में अश्लील फोटो और वीडियो पोस्ट करने वाले छात्र को विश्वविद्यालय प्रशासन ने निलंबित कर दिया है. अभी यह मामला चल ही रहा है कि, अब धार्मिक टिप्पणी करने को लेकर विवाद खड़ा हो गया है. एमए के एक छात्र द्वारा राजनीतिक शास्त्र के व्हाट्सएप ग्रुप में धार्मिक टिप्पणी करने पर यह विवाद शुरू हुआ है. मामला सामने आने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन की तरफ से एक जांच समिति बनाई गई है. डॉक्टर प्रोफेसर दिनेश कुमार ने बताया कि यह समिति शिकायत करने वाले छात्रों के बयान दर्ज करेगी और आगे की कार्रवाई के लिए अपनी संस्तुति देगी.
दरअसल, लखनऊ विश्वविद्यालय के एमए राजनीति शास्त्र के द्वितीय सेमेस्टर के छात्र-छात्राओं का एक जनरल ग्रुप बना हुआ है. इस ग्रुप में बीती रात छात्र-छात्राओं के बीच राजनीतिक विचारधारा को लेकर बहस हो गई. आरोप है कि एक छात्र ने एक संगठन को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी की. इससे नाराज एक छात्र ने ग्रुप में किए गए मैसेज का स्क्रीनशॉट निकालकर सोशल मीडिया के माध्यम से विश्वविद्यालय प्रशासन और पुलिस को शिकायत की. प्रॉक्टर प्रोफेसर दिनेश कुमार ने बताया कि सोशल मीडिया पर की गई शिकायत के आधार पर जांच समिति बना दी गई है.
व्हाट्सएप ग्रुप पर लगातार उठ रहे विवाद
लखनऊ विश्वविद्यालय में छात्र-छात्राओं के व्हाट्सएप ग्रुप पर लगातार विवाद उठ रहे हैं. कोरोना संक्रमण के बाद वर्ष 2020 में यहां ऑनलाइन पढ़ाई शुरू की गई. उसके बाद छात्र-छात्राओं के कक्षा वार व्हाट्सएप ग्रुप बनाकर, उसमें स्टडी मैटेरियल शेयर किया जाता है. बीते वर्ष एक विभाग के व्हाट्सएप ग्रुप में छात्र द्वारा अश्लील कमेंट किए जाने की शिकायत सामने आई थी. 2 सप्ताह पहले प्राचीन भारतीय इतिहास विभाग के व्हाट्सएप ग्रुप पर भी एक फोन नंबर से अश्लील फोटो और वीडियो के साथ शिक्षकों और छात्रों पर टिप्पणी की गई. बीते सप्ताह भी प्राचीन भारतीय इतिहास विभाग के व्हाट्सएप ग्रुप में एक अन्य फोन नंबर से अश्लील फोटो और वीडियो साझा किया गया था. विश्वविद्यालय प्रशासन की शिकायत पर हसनगंज थाने की पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अश्लील फोटो व वीडियो पोस्ट करने आरोपी बीए तृतीय वर्ष के छात्र आदित्य सिंह को गिरफ्तार किया था.