लखनऊ: कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने 2 अप्रैल तक सभी शिक्षण संस्थानों और परीक्षाओं के आयोजन पर रोक लगाई है. लखनऊ विश्वविद्यालय के परीक्षा आयोजन फैसले का लगातार विरोध किया जा रहा है. 16 मार्च को परीक्षा का बहिष्कार करने वाले लुआक्टा ने आरोप लगाया है कि लखनऊ विश्वविद्यालय प्रशासन ने मनमाने तरीके से परीक्षाओं का आयोजन कराया.
परीक्षा केंद्रों पर कोरोना से बचाव के जरूरी उपाय नहीं अपनाए गए. इससे शिक्षक और परीक्षार्थी दोनों के स्वास्थ्य को खतरा हो सकता है. लुआक्टा के अध्यक्ष डॉ. मनोज पांडे ने ईटीवी भारत से कहा कि परीक्षा बहिष्कार का फैसला संघ ने छात्रों और शिक्षकों के हित को ध्यान में रखकर किया था. उत्तर प्रदेश सरकार ने भी हमारी मांग को उचित करार दिया. सभी परीक्षाओं के आयोजन पर रोक लगा दी है. इसके लिए संगठन की ओर से प्रदेश सरकार और उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा को धन्यवाद किया गया है.