लखनऊः लखनऊ विश्वविद्यालय पीएचडी पास करने वाले स्टूडेंट्स को भी पढ़ाने का मौका देगा. साथ ही सेल्फ फाइनेंस कोर्स में युवा शिक्षकों को प्राथमिकता दी जाएगी. ये सभी शिक्षक संविदा पर रखे जाएंगे. विश्वविद्यालय के प्रशासनिक अधिकारियों ने बताया कि इससे नए टीचर्स के युवा जोश के साथ स्टूडेंट्स को कुछ नया करने में मदद मिल सकेगी.
लखनऊ विश्वविद्यालय में भर्ती होंगे युवा शिक्षक, जानें क्या होंगी शर्तें
लखनऊ विश्वविद्यालय संविदा पर करीब 180 शिक्षकों की भर्ती करने का विचार कर रहा है. इसमें पीएचडी पास छात्रों को भी पढ़ाने का मौका मिलेगा. विश्वविद्यालय का मानना है कि पीएचडी पास छात्र नए जोश के साथ शिक्षण कार्य करेंगे.
विश्वविद्यालय के अधिकारियों के अनुसार, लखनऊ विश्वविद्यालय में 30 से अधिक सेल्फ फाइनेंस कोर्स संचालित हैं. इनमें एलयू के नियमित शिक्षक पढ़ाते हैं. उन पर कक्षाएं लेने का अधिक भार है. इससे वे दिमागी तौर पर थकान महसूस करने लगते हैं. इसका सीधा असर उनकी क्लास पर पड़ता है. इस पर एलयू के कुलपति प्रो. अलोक कुमार राय ने ध्यान दिया और विवि में संविदा पर शिक्षकों की भर्ती करने का फैसला लिया. कुलपति ने संविदा पर करीब 180 शिक्षकों की भर्ती करने की बात कही है. यह भर्ती प्रक्रिया जनवरी माह के अंतिम सप्ताह से शुरू करने की योजना है.
पीएचडी पासआउट स्टूडेंट्स कर सकते हैं आवेदन
विश्वविद्यालय के डीन रिक्रूटमेंट एसेसमेंट प्रो. मुनका खन्ना ने बताया कि इन पदों पर एलयू के हाल ही में पीएचडी पासआउट स्टूडेंट्स भी आवेदन कर सकते हैं. इन पदों पर भर्ती होने वाले शिक्षकों के कार्य का प्रति वर्ष ऑडिट भी किया जाएगा. ऑडिट में जिन शिक्षकों का परिणाम सही नहीं होगा, उनकी संविदा समाप्त कर दी जाएगी. फिलाल ये सभी शिक्षक तीन से लेकर पांच साल के कांट्रेक्ट पर रखे जाएंगे.