लखनऊ: स्कूलों, कॉलेजों के छात्र-छात्राएं अब ऑनलाइन मोड के आदी हो गए. बड़ी संख्या में ऐसे युवा सामने आए हैं, जिन्हें ऑफलाइन से ज्यादा ऑनलाइन क्लासेस में मजा आ रहा है. लखनऊ विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग की तरफ से किए गए एक अध्ययन में यह सामने आया है. अध्ययन में पता चला कि जब से ऑफलाइन मोड में क्लास शुरू करने की बात की जा रही है यह छात्र बचने की कोशिश कर रहे हैं. विभाग ने अपने अध्ययन में पाया कि 55% से ज्यादा छात्र-छात्राएं अब ऑनलाइन क्लासेज में ज्यादा सहज महसूस कर रहे हैं.
नौकरी और पढ़ाई बन रही तनाव की वजह
लखनऊ विश्वविद्यालय के मनोविज्ञान विभाग की वरिष्ठ शिक्षिका प्रोफेसर मधुरिमा प्रधान ने बताया कि कोरोना ने सामान्य जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया. मार्च 2020 से हम ऑफलाइन मोड से ऑनलाइन हो गए. अब सरकार की तरफ से धीरे-धीरे ऑफलाइन मोड की शुरुआत की जा रही है. करीब डेढ़ साल के इस समय में युवाओं को ऑनलाइन की लत पड़ चुकी है. ऐसे में उनके लिए ऑफलाइन मोड में आ पाना मुश्किल साबित हो रहा है. उन्होंने बताया कि उनके विभाग में करीब 450 छात्र-छात्राएं हैं. इनमें 55% से ज्यादा की ओर से ऑफलाइन कक्षाओं में शामिल होने में असमर्थता जताई गई है. इन्हीं छात्रों के बीच में किए गए अध्ययन में यह भी सामने आया कि युवा भविष्य को लेकर काफी आशंकित है. पढ़ाई और आगे नौकरी की चिंता तनाव का कारण बन रही है.