लखनऊ:प्रदेश की राजधानी लखनऊ की यातायात व्यवस्था को बेहतर करने में लखनऊ मंडल कमिश्नर मुकेश मेश्राम लखनऊ पुलिस के पहले कमिश्नर सुजीत पांडे की मदद करेंगे. स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर में लगाए जाने वाले कैमरों से यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाली गाड़ियों का डिजिटल चालान काटा जाएगा.
राजधानी लखनऊ में ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों का एक डाटा भी स्मार्ट सिटी डाटा सेंटर में मौजूद रहेगा. ऐसे में लगातार ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालों के बारे में स्मार्ट सिटी डाटा कलेक्शन सेंटर लखनऊ पुलिस को सूचित करेगी, जिससे कि लगातार यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सकेगी.
अभी तक हम स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत लगाए गए कैमरों से नियमों का उल्लंघन करने वालों की फोटो खींचकर पुलिस विभाग को भेजते थे जिस पर चालान होता था. अब हम फोटो के साथ यह जानकारी भी उपलब्ध कराएंगे कि इससे पहले इस वाहन के कितने चालन हो चुके हैं. जानकारी में यह भी उपलब्ध कराई जायेगी कि वाहन ने किस तरह के नियमों का उल्लंघन किया है.
लखनऊ में कमिश्नरी सिस्टम लागू
कानून व्यवस्था के साथ-साथ राजधानी लखनऊ की सबसे बड़ी समस्या अनियंत्रित ट्रैफिक व्यवस्था है. लखनऊ में पुलिस कमिश्नरी सिस्टम लागू कर देने के बाद एक बार फिर से यह उम्मीद जगी है कि राजधानी लखनऊ में ट्रैफिक व्यवस्था बेहतर होगी. जहां पहले ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर करने के लिए राजधानी लखनऊ में एडिशनल एसपी रैंक का एक अधिकारी होता था. अब कमिश्नरी सिस्टम के तहत राजधानी लखनऊ में एसपी, एडिशनल एसपी व डिप्टी एसपी रैंक के अधिकारी डीएसपी, एडीएसपी व सहायक डीएसपी के तौर पर तैनात रहेंगे और ट्रैफिक व्यवस्था को बेहतर करने का काम करेंगे.