लखनऊ :कोरोना वायरस के संक्रमण (corona virus infection) से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने तैयारी तेज कर दी है. राजधानी के लोकबंधु अस्पताल और बलरामपुर अस्पताल में संक्रमितों के लिए 40 बेड आरक्षित किए गए हैं. कोरोना जांच के लिए किट के ऑर्डर उत्तर प्रदेश मेडिकल सप्लाईज कॉरपोरेशन (Uttar Pradesh Medical Supplies Corporation) को भेज दिया गया है. मौजूदा समय में डेढ़ लाख से ज्यादा कोरोना जांच किट (corona test kit) का स्टॉक हैं.
कोरोना से निपटने के लिए लोकबंधु में 25, बलरामपुर अस्पताल में 15 बेड आरक्षित, जांच किटें भी उपलब्ध
कोरोना वायरस के संक्रमण से निपटने को लेकर लखनऊ का स्वास्थ्य महकमा पूरी तर अलर्ट है. सीएमओ लखनऊ ने लोकबंधु, बलरामपुर अस्पताल समेत शहर के तमाम अस्पतालों में कोरोना किट, कोरोना जांच, बेड, दवाएं आदि की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं.
कानपुर रोड स्थित लोकबंधु राजनारायण अस्पताल में कोरोना संक्रमितों के लिए 25 बेड आरक्षित किए गए हैं. यह अस्पताल एयरपोर्ट के नजदीक भी है. लिहाजा कोई यात्री संक्रमित पाया जाता है तो उसे आईसोलेट किया जा सकता है. अस्पताल में कोरोना संक्रमितों की जांच के तीन हजार से किट हैं. जरूरी दवाएं, पीपीई किट, मास्क का पर्याप्त स्टाक है. अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी (Medical Superintendent Dr. Ajay Shankar Tripathi) ने बताया कि सीटी स्कैन, एक्सरे समेत दूसरी जांच की सुविधा है. कोरोना से मुकाबले के लिए डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ तैयार हैं. सभी तैयारियां पूरी हैं.
बलरामपुर अस्पताल सीएमएस डॉ. जीपी गुप्ता (Balrampur Hospital CMS Dr. GP Gupta) ने बताया कि इमरजेंसी में 15 बेड कोरोना संक्रमितों के लिए आरक्षित किए गए हैं. 28 बेड का आईसीयू यूनिट भी तैयार है. इसमें वेंटिलेटर भी है. तीन हजार से ज्यादा एंटीजेंट और आरटी- पीसीआर वायल हैं. रोजाना 100 से अधिक लोगों की जांच हो रही है. इसे बढ़ाने के निर्देश दिए गए हैं. प्रतिदिन ढाई से तीन हजार आरटी- पीसीआर जांच की सुविधा है. केजीएमयू माइक्रोबायोलॉजी विभाग अध्यक्ष डॉ. अमिता जैन ने बताया कि एक लाख से ज्यादा जांच किट हैं. इसमें आरटी-पीसीआर, जीनोम सिक्वेंसिंग और एंटीजेंन किट शामिल हैं. 24 घंटे लैब केसंचालन के लिए संसाधन हैं. लगभग तैयारियां पूरी हैं. वहीं सीएमओ डॉ. मनोज अग्रवाल (CMO Dr. Manoj Agarwal) ने बताया कि कोरोना से मुकाबले की तैयारी पूरी है. 12 हजार से जांच की किट हैं. 35 हजार से ज्यादा मास्क हैं. 10 हजार से ज्यादा पीपीई किट हैं. डेढ़ लाख से अधिक पैरासिटामॉल, एजिथ्रोमाइसिन समेत दूसरी गोलियां उपलब्ध हैं.