लखनऊ: सर्दियों के दिनों में गरीब बेसहारा और असहाय लोग फुटपाथ पर ठंड की वजह से कांपते दिखाई देते हैं. साथ ही घने कोहरे की चादर से फुटपाथ पर सोने वाले लोग एक्सीडेंट के शिकार भी हो जाते हैं. लखनऊ सहित पूरे उत्तर भारत में अब सर्दी और बढ़ने लगी है. ऐसे में सरकार के द्वारा गरीब बेसहारा और असहाय लोगों के लिए रैन बसेरों का स्थाई और अस्थाई तरीके से इंतजाम किया गया है. ऐसे में देखा गया है कि अधिकतर लोग रैन बसेरों में जाना पसंद नहीं करते हैं और फुटपाथ पर ही पूरी रात गुजारने को मजबूर रहते हैं.
बेसहारा लोगों को रैन बसेरों तक पहुंचाएगी लखनऊ पुलिस - lucknow news
लखनऊ के डीसीपी रईस अख्तर ने बताया फुटपाथ पर सो रहे असहाय लोगों को लखनऊ पुलिस रैन बसेरों में अपनी गाड़ी से छोड़ने की जिम्मेदारी उठाएगी.
फुटपाथ पर रात गुजारने को मजबूर असहाय और बेसहारा लोगों को या तो आस-पास रैन बसेरा नहीं मिलती है या तो जागरूकता की कमी की वजह से लोग फुटपाथ पर रात के समय में दिखाई देते हैं. ऐसी कमियों को पूरा करने के लिए गरीब और असहाय लोगों को रैन बसेरों तक पहुंचाने की जिम्मेदारी लखनऊ पुलिस उठा रही है. पुलिस की गाड़ियों पर तैनात पुलिस कर्मी विनम्रता पूर्वक फुटपाथ पर सोने वाले लोगों को समझते हुए उठाकर रैन बसेरे तक पहुंचाएंगे.
डीसीपी रईस अख्तर ने बताया गया की अक्सर यह देखा गया है कि सर्दियों के दिनों में लोग फुटपाथ पर ठंड से कांपते नजर आते हैं. ऐसे लोगों की मदद करने के लिए लखनऊ पुलिस विनम्रता पूर्वक गरीब और असहाय लोगों को नजदीक के रैन बसेरों में अपनी गाड़ी से छोड़ने की जिम्मेदारी उठाएगी.