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लखनऊ: घंटाघर पर बच्चों ने दिया फूल, पुलिस ने किया इनकार - एडीसीपी विकास चन्द्र त्रिपाठी

राजधानी लखनऊ के घंटाघर में CAA और NRC के खिलाफ महिलाओं के प्रदर्शन में सिर्फ महिलाएं ही नहीं, उनके साथ बड़ी संख्या में नन्हे मासूम बच्चे भी शामिल हैं. इन बच्चों ने सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों को फूल देते दिखाई दिए, लेकिन कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए उनके फूल कबूल नहीं किए गए.

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लखनऊ के घंटाघर में CAA और NRC के खिलाफ प्रदर्शन.

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Published : Jan 26, 2020, 2:32 AM IST

लखनऊ:CAA और NRC के खिलाफ लखनऊ में पिछले 9 दिन से घंटाघर पर महिलाओं का धरना जारी है, जिसमें कई तरह के रंग भी देखने को मिल रहे हैं. कहीं महिलाएं रोजा रखकर अपने ईश्वर से दुआ मांगती नजर आ रही हैं तो कहीं कुछ महिलाएं हवन-पूजन करके देश की गंगा-जमुनी तहजीब को दर्शाती नज़र आ रही हैं.

इसी कड़ी में छोटे-छोटे नन्हे बच्चे भी प्रदर्शन में सुरक्षा के लिए तैनात पुलिसकर्मियों को अपने नन्हे हाथों से फूल देते दिखाई दिए. हालांकि इन मासूम बच्चों के फूल को पुलिस ने कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए कबूल करने से इनकार कर दिया.

घंटाघर में प्रदर्शन के दौरान दिखा अनोखा नजारा.
घंटाघर में चलने वाले CAA और NRC के खिलाफ महिलाओं के इस प्रदर्शन में सिर्फ महिलाएं ही नहीं, उनके साथ बड़ी संख्या में नन्हे मासूम बच्चे भी शामिल हैं. भले ही वो NRC और CAA को नहीं समझ सकते हैं, लेकिन फिर भी वो एक हाथ से मां के दामन को थामे तो दूसरे हाथ में गुलाब का फूल लिए पुलिस से अमन और शांति का पैगाम आम करते दिखे.

हालांकि धरना-प्रदर्शन में तैनात पुलिसकर्मियों ने मासूम बच्चों का फूल कुबूल नहीं किया और कानून व्यवस्था को बनाए रखने के लिए उनको वापस लौट जाने की अपील की. मीडिया ने जब पुलिस के इस रवैया पर एडीसीपी विकास चन्द्र त्रिपाठी से बात की तो उन्होंने कहा कि पुलिस यहां पर कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए और धारा 144 का पालन कराए जाने के लिए अपना काम कर रही है.

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