लखनऊ: पुलिस ने गाड़ियों की चोरी व खरीद-फरोख्त करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश करते हुए 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया था. इन आरोपियों के पास से 50 गाड़ियां बरामद की गई थीं. वहीं अब गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ में लखनऊ पुलिस ने 2 दर्जन से अधिक और कारों को चिन्हित किया है, जिन्हें जल्द ही बरामद किया जाएगा.
गाड़ी चोरी करने वाला ये गैंग पूरे देश में फैला हुआ है. यह गैंग एक सिंडीकेट के तौर पर काम करता है. पहले तो गैंग के सदस्य उन गाड़ियों की तलाश करते हैं जो या तो खराब हो चुकी होती हैं या पूरी तरह से डैमेज हो चुकी होती हैं. डैमेज गाड़ियों का इंश्योरेंस क्लेम मिलने के बाद गाड़ी कबाड़ी को भेज दी जाती हैं.
कई अन्य लोगों की भी हुई पहचान
इस गैंग के लोग कबाड़ी के साथ मिलकर गाड़ी की आरसी व चेचिस नंबर प्राप्त कर लेते हैं. चुराए गए चेचिस नंबर व आरसी की मदद से हूबहू गाड़ी ऑन डिमांड चुराई जाती है. उसकी चेचिस नंबर व नंबर प्लेट चेंज कर गाड़ी को बेच दिया जाता है. उसके बाद चोरी की गाड़ी आराम से शहर में फर्राटा भरती है और किसी को भनक भी नहीं लगती.
गिरफ्तार किए गए पांचों आरोपियों से लखनऊ पुलिस ने पूछताछ में कई इनपुट प्राप्त किए हैं. तमाम ऐसे लोगों की पहचान हुई है, जिन्होंने चोरी की गाड़ी को खरीदा है. वहीं इस सिंडीकेट में शामिल कई अन्य लोगों की भी पहचान की गई है, जिन्हें जल्द लखनऊ पुलिस गिरफ्तार कर सकती है.
50 गाड़ियों में से 12 गाड़ियों की हुई पहचान
लखनऊ की फॉरेंसिक टीम ने बरामद की गई 50 गाड़ियों में से 12 गाड़ियों की पहचान की है. इनमें से 6 गाड़ी कश्मीर व 6 गाड़ी उड़ीसा की बताई जा रही हैं. ऐसा माना जा रहा है कि साल 2013 के बाद जम्मू कश्मीर व 2014 में ओडिशा में आई बाढ़ के बाद ये गाड़ियां क्षतिग्रस्त हो गई थीं. इन पर क्लेम लिया गया और इन गाड़ियों को नीलाम कर दिया गया. इसके बाद गाड़ियों की आरसी व चेचिस नंबर प्राप्त कर ऐसी गाड़ी चुराकर चेचिस नंबर चेंज कर गाड़ियां भेज दी गईं.
पूरे देश में फैला हुआ है ये गैंग
डीसीपी ईस्ट सोमन कुमार वर्मा ने बताया कि हम गाड़ी चोरी करने वाले इस गिरोह को लेकर सक्रियता से काम कर रहे हैं. गिरफ्तार किए गए आरोपियों से पूछताछ में कई खुलासे हुए हैं. अब तक की जांच में हम कह सकते हैं कि यह गैंग पूरे देश में फैला हुआ है और कई अन्य राज्यों में भी गाड़ी सप्लाई की गई है. कुछ अन्य गाड़ियों की भी पहचान की गई है.
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