लखनऊ:करीब डेढ़ महीने बाद राजधानी में यातायात पुलिस को उसका डीसीपी मिल सका है. गृहमंत्री अमित शाह के दौरे के दौरान ट्रैफिक व्यवस्था के कारण ट्रैफिक से हटाए गए आईपीएस रईस अख्तर (IPS Raees Akhtar) को एक बार फिर डीसीपी यातायात बनाया गया है. पुलिस कमिश्नर एसबी शिरोडकर (Lucknow Police Commissioner SB Shirodkar) ने गुरुवार को लखनऊ में दो डीसीपी और एक एडीसीपी के कार्य क्षेत्र में बदलाव किया है.
पुलिस कमिश्नर एसबी शिरोडकर ने रईस अख्तर (DCP Traffic Raees Akhtar) को एक बार फिर से डीसीपी ट्रैफिक बनाया है. करीब 2 महीने पहले सुभाष चंद्र शाक्य को लखनऊ में भारी जाम लगने के चलते पुलिस मुख्यालय से अटैच कर दिया गया था, तभी से यह पद खाली था. वही डीसीपी अपराध प्रमोद कुमार तिवारी (DCP Crime Pramod Kumar Tiwari) को महिला अपराध और सुरक्षा के साथ-साथ मुख्यालय का भी अधिक प्रभार दिया गया है. हाल ही में एसीपी से एडीसीपी के पद पर प्रोन्नत हुए अखिलेश सिंह को क्राइम के साथ स्टाफ अफसर पुलिस कमिश्नर की जिम्मेदारी दी गई है.
3 साल में बदल दिए गए 6 DCP ट्रैफिक
लखनऊ पुलिस कमिश्नर को बने 3 साल बीत चुके हैं और इन 3 सालों में 5 आईपीएस अधिकारियों को यातायात व्यवस्था सुधारने की जिम्मेदारी दी जा चुकी है. इसमें सबसे पहले पुलिस कमिश्नरेट बनते ही 2014 बैच की आईपीएस अधिकारी चारू निगम को डीसीपी ट्रैफिक की जिम्मेदारी दी गई. इसके बाद ख्याति गर्ग को अमेठी से लखनऊ लाकर डीसीपी ट्रैफिक बनाया गया, फिर भी लखनऊ के हालात नहीं सुधरे.