लखनऊ: राजधानी में सरकारी और प्राइवेट नौकरी के नाम पर ठगी होने के मामले सामने आ रहे हैं. अच्छी नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी की तहरीर हजरतगंज पुलिस को दी गई थी. शुक्रवार को हजरतगंज पुलिस ने एक ऐसे ही शातिर जालसाज को गिरफ्तार किया है. वह लोगों को नौकरी का फर्जी नियुक्ति पत्र दिया करता था.
लखनऊ: नौकरी दिलाने के नाम पर करता था ये काम, अब खुले राज - लखनऊ में जालसाज गिरफ्तार
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर जालसाजी के नए-नए मामले सामने आ रहे हैं. शुक्रवार को ऐसे ही मामले में एक जालसाज को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपी आदर्श राय ग्रामीण इलाकों के बेरोजगार युवक और युवतियों को नौकरी दिलाने का झांसा देकर उनसे ठगी करता था.
फर्जी नियुक्ति पत्र के नाम पर की थी ठगी
वांछित अभियुक्त पर आरोप था कि उसने नौकरी के नाम पर फर्जी नियुक्ति पत्र बनाकर ठगी की है. पीड़ित की तहरीर पर हजरतगंज में अभियोग पंजीकृत किया गया था, जिसके बाद से ही हजरतगंज पुलिस वांछित आरोपी की तलाश कर रही थी. शुक्रवार को पुलिस टीम ने वांछित आरोपी आदर्श राय को खरगापुर थाना क्षेत्र गोमती नगर से गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार अभियुक्त के पास से फर्जी नियुक्ति पत्र भी बरामद किए गए हैं. पुलिस ने संबंधित धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर जेल भेज दिया है.
2018 में हुई थी शिकायत
हजरतगंज इंस्पेक्टर ने बताया कि 14 मार्च 2018 को पीड़ित राम प्रसाद यादव ने एक तहरीर दी थी, जिसमें बताया गया था कि नौकरी के नाम पर कूट रचित कर फर्जी नियुक्ति पत्र देकर उनसे ठगी की है. इस सूचना पर आरोपी आदर्श राय पर बस्ती जिले में मुकदमा दर्ज किया गया था. तभी से पुलिस को वांछित की तलाश थी. आरोपी आदर्श राय ग्रामीण इलाकों के बेरोजगार युवक और युवतियों को नौकरी दिलाने का झांसा देकर ठगी करता था. वो राजस्व विभाग, लखनऊ विकास प्राधिकरण, रेलवे में चपरासी जैसे लोकलुभावन पदों पर भर्ती कराने का झांसा देता था. बाद में उन्हें कूट रचित फर्जी नियुक्ति पत्र जारी करता था.