लखनऊ के 'नए स्टेशनों' से रेलवे को रही बड़े राजस्व की हानि. देखें खबर
लखनऊ : चारबाग रेलवे स्टेशन से पहले कई ट्रेनों का ठहराव परंपरा बन गया है. नतीजतन ये स्थान अस्थाई रेलवे स्टेशन जैसे हो गए हैं. इन अस्थाई रेलवे स्टेशनों से सैकड़ों की संख्या में यात्री चढ़ते उतरते हैं. जिसकी खबर रेलवे प्रशासन को नहीं है. ऐसे में बेटिकट यात्री इसका खूब फायदा उठा रहे हैं. इससे रेलवे को बड़े राजस्व की हानि हो रही है. हालांकि इन अस्थाई ट्रेनों की रुकना कई बार सिग्नल न मिलने के चलते होता है. हालांकि स्थानीय लोगों का कहना है कि ट्रेनें अक्सर चेन पुलिंग करके रोकी जाती हैं
सीनियर डीसीएम ने कही कार्रवाई की बात. दिलकुशा रेलवे स्टेशन से पहले रुकती हैं कई ट्रेनें
चारबाग रेलवे स्टेशन से पहले ही आउटर पर ट्रेन खड़ी करने के लिए दिलकुशा रेलवे स्टेशन है. यहां ऑउटर से पहले ही रोजाना दर्जनों ट्रेनें रुकती हैं. माल एवेन्यू एरिया में पहुंचते ही तमाम ट्रेनें रुक जाती हैं. यहां पर किसी तरह की कोई टिकट चेकिंग नहीं होती है. ऐसे में बड़ी संख्या में बिना टिकट सफर करने वाले आसानी से बच निकलते हैं. इससे रेलवे को हर रोज काफी नुकसान भी होता है.
इस रूट की रेलगाड़ियों में होती चेन पुलिंग
रेलवे के अधिकारियों की लापरवाही का बिना टिकट यात्री भरपूर फायदा उठा रहे हैं. प्रयागराज, अयोध्या और गोरखपुर की तरफ से आने वाली ट्रेनें चारबाग रेलवे स्टेशन जाती हैं. माल एवेन्यू में रुक जाने से बड़ी संख्या में सुबह और शाम के समय वाली ट्रेनों से सैकड़ों लोग चढ़ते- उतरते हैं. इनमें ज्यादातर यात्री बेटिकट ही होते हैं. बिना टिकट वाले यात्री चेन पुलिंग करते हैं और चारबाग रेलवे स्टेशन से पहले उतर लेते हैं.
लखनऊ के 'नए स्टेशनों' से रेलवे को रही बड़े राजस्व की हानि. जांच की नहीं है कोई व्यवस्था
माल एवन्यू में कभी चेकिंग दस्ते यात्रियों से टिकट की जांच करने के लिए नहीं रहते हैं. यहां पर कभी जांच भी नहीं कराई जाती है. इससे बिना किसी डर के बेटिकट यात्रा करने से यात्री परहेज नहीं करते हैं. माल एवेन्यू में कई ट्रेनें सिग्नल न मिलने के चलते आउटर पर रुकती हैं या फिर यात्री चेन पुलिंग कर रोक देते हैं. फिलहाल इससे रेलवे को हर माह लाखों रुपये के राजस्व का नुकसान हो रहा है.
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