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जानिए क्यों लखनऊ नगर निगम ने ECO GREEN पर लगाया एक लाख रुपए का जुर्माना

लखनऊ में सफाई के नाम पर जमकर खेल हो रहा है. जनता परेशान है. घरों से कूड़ा नहीं उठ रहा है. निजी संस्थाओं के साथ मिलकर अधिकारी मौज कर रहे हैं. कूड़ा कलेक्शन में लापरवाही का खुलासा होने के बाद यह कार्रवाई की गई. राजधानी में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन में लगी कंपनी इकोग्रीन पर एक लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है.

ECO GREEN पर एक लाख रुपए का जुर्माना
ECO GREEN पर एक लाख रुपए का जुर्माना

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Published : Aug 4, 2021, 10:32 AM IST

लखनऊ:राजधानी में डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन में लगी कंपनी इकोग्रीन पर एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया गया है. कूड़ा कलेक्शन में लापरवाही का खुलासा होने के बाद यह कार्रवाई की गई है. नगर निगम के जोन आठ के ट्रांसपोर्ट नगर इलाके में निरीक्षण के दौरान नगर स्वास्थ्य अधिकारी सुनील कुमार रावत ने दुकानदारों से बात की. दुकानदारों ने बताया कि कूड़ा लेने के लिए कोई नहीं आता है. पड़ताल में सामने आया कि उस इलाके में छोटी-बड़ी 1200 दुकानें हैं. कूड़ा सिर्फ 60 दुकानों से ही लिया जाता है. इस पर कार्रवाई करते हुए इको ग्रीन कंपनी पर एक लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया.


शहर में सफाई के लिए कर्मचारी उपलब्ध कराने वाली कार्यदाई संस्था लॉयन सिक्योरिटी गार्ड पर 50 हजार रुपए का जुर्माना लगाया गया. नगर निगम के मुख्य कर निर्धारण अधिकारी अशोक ने जोन सात के शहीद भगत सिंह वार्ड का निरीक्षण किया. यहां कार्यदाई संस्था की कर्मचारी निर्धारित संख्या से कम मिले. संस्थान नगर निगम से 75 कर्मचारियों का पैसा ले रही है, लेकिन मौके पर सिर्फ 60 कर्मचारी ही मिले थे. इस पर संस्था के खिलाफ कार्यवाही करते हुए जुर्माना लगाया गया है. इससे पहले सोमवार को भी संस्था के खिलाफ एक लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया था.


लखनऊ में सफाई के नाम पर जमकर खेल हो रहा है. जनता परेशान है. घरों से कूड़ा नहीं उठ रहा है. निजी संस्थाओं के साथ मिलकर अधिकारी मौज कर रहे हैं. शहर में कूड़े का निस्तारण ठीक से नहीं हो पा रहा है. नतीजा जगह-जगह कूड़े के ढेर नजर आ रहे हैं. मुख्यमंत्री आवास से चंद कदमों की दूरी पर ही आपको यह ढेर बखूबी नजर आएंगे. जानकारों की मानें तो नगर निगम में सफाई के नाम पर कमीशन का खेल जमकर चल रहा है. अधिकारी इन कार्यदाई संस्थाओं से मोटा पैसा वसूल रहे हैं. जिसका खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है. आलम यह है कि इकोग्रीन संस्था से लेकर तमाम अन्य कार्यदाई संस्थाओं के खिलाफ लगातार शिकायतें आ रही हैं. निरीक्षण के दौरान कार्रवाई का दिखावा कर खेल किया जा रहा है.

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