लखनऊ : नगर निगम प्रशासन ने अब वेंडिंग जोन की व्यवस्था को पार्षदों की जिम्मेदारी से आगे बढ़ाने की कार्ययोजना (Lucknow Nagar Nigam) बनाई है. अब पार्षदों की जिम्मेदारी होगी कि वह लोग खाली जगह को बताकर जोनल अधिकारी के स्तर पर वेंडिंग जोन की व्यवस्था को सुनिश्चित करेंगे. इसको लेकर महापौर सुषमा खर्कवाल के निर्देश पर पूरी कार्ययोजना बनाई गई है. व्यवस्थित वेंडिंग जोन बनाने से नगर निगम की आय भी बढ़ेगी और वेंडिंग जोन के नाम पर अवैध दुकानें व अतिक्रमण की समस्या भी समाप्त हो सकेगी.
लखनऊ की महापौर सुषमा खर्कवाल ने वेंडिंग जोन की व्यवस्था और पूरे शहर में भयंकर अतिक्रमण की समस्या को देखते हुए पार्षदों के माध्यम से बेहतर कार्य करने की योजना तैयार की है. उन्होंने ईटीवी भारत से बातचीत में कहा है कि 'हमने अब वेंडिंग जोन को व्यवस्थित तरीके से संचालित करने, दुकानदारों को स्थान देने और अतिक्रमण को हटाने के लिए पार्षदों को यह जिम्मेदारी देने की व्यवस्था सुनिश्चित की है. जल्द ही इस बारे में आदेश जारी करके पार्षदों के माध्यम से दुकान संचालित करने और पार्षदों के क्षेत्र में जहां जो स्थान खाली है वहां पर वेंडिंग जोन संचालित करने का काम किया जाएगा.'
महापौर ने कहा कि 'अतिक्रमण हटाकर व्यवस्थित तरीके से एक रंग रूप में दुकानों को खुलवाने का काम नगर निगम प्रशासन करेगा. पार्षदों के माध्यम से स्थान चिन्हित किए जाएंगे और फिर वेंडिंग जोन के अंतर्गत दुकानों का रजिस्ट्रेशन किया जाएगा. इससे नगर निगम के वेंडिंग जोन की सभी दुकान एक कलर की भी नजर आएंगी. इससे नगर निगम की आय भी बढ़ेगी और स्वच्छ भारत अभियान भी आगे बढ़ सकेगा. वेंडिंग जोन के अंतर्गत दुकान संचालित करने में दुकानदारों का रजिस्ट्रेशन नगर निगम मुख्यालय में करना अनिवार्य होगा. इसके अंतर्गत वेंडिंग जोन में दुकानदार को ₹200 की रजिस्ट्रेशन फीस अदा करनी होगी. यह फीस पांच साल के लिए नगर निगम प्रशासन द्वारा ली जाएगी. इसके अलावा प्रतिमाह ₹600 भी नगर निगम को प्रत्येक दुकानदार को जमा करना होगा. राजधानी लखनऊ में इस समय 240 वेंडिंग जोन संचालित हो रहे हैं. नगर निगम के माध्यम से दुकानों का रजिस्ट्रेशन और उनसे प्रत्येक माह फीस लेने की व्यवस्था सुनिश्चित है. राजधानी के 240 वेंडिंग जोन के अंतर्गत 5481 दुकान संचालित हो रही हैं.'