लखनऊ : जहां एक तरफ इस दौर में ठग और जालसाज सीधे-सादे लोगों को अपने जाल में फंसाकर उनसे ठगी कर रहे हैं. तमाम पैंतरे आजमाकर उन्हें अपना शिकार बना रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ इसी समाज में ऐसे भी लोग हैं जिनका ईमान कितनी भी कीमती चीज क्यों न हो, डिगता नहीं है. ऐसे लोग समाज के लिए एक रोल मॉडल बनकर उभर रहे हैं. इसी तरह की ईमानदारी का एक उदाहरण लखनऊ मेट्रो रेल कारपोरेशन के एक सुरक्षा कर्मी ने पेश किया है. मेट्रो सुरक्षाकर्मी ने लखनऊ मेट्रो में छूटे एक महिला के पर्स को वापस लौटाकर उसके चेहरे पर खुशी लौटाई है
लखनऊ मेट्रो रेल काॅरपोरेशन के अधिकारियों ने बताया कि हजरतगंज से लेखराज तक यात्रा के दौरान एक महिला यात्री का ट्रेन में लाखों की कीमत की हीरे की अंगूठी रखा बैग छूट गया था. महिला के पर्स में साढ़े पांच लाख की कीमती हीरे की अंगूठी के अलावा कैश और अन्य ज़रूरी सामान था. इसी दौरान ट्रेन में सुरक्षा जांच पर निकले सुरक्षाकर्मी की नजर पर्स पर पड़ी. उन्होंने बिना वक्त गंवाए पर्स भूतनाथ स्टेशन कंट्रोलर को सौंप दिया. पर्स में पड़े दस्तावेज से कंट्रोलर ने महिला से संपर्क किया और जांच पड़ताल के बाद उन्हें उनका पर्स सुरक्षित वापस कर दिया.
मेट्रो के सुरक्षाकर्मी ने पेश की ईमानदारी की मिशाल, महिला को लौटाई कीमती अंगूठी और कैश से भरा बैग - भूतनाथ स्टेशन कंट्रोलर
मेट्रो में सफर के दौरान एक महिला का हैंड बैग छूट गया. हैंड बैग में हीरे की कीमती अंगूठी के अलावा कैश व जरूरी सामान था. सुरक्षा जांच के दौरान यह हैंड बैग एक सुरक्षाकर्मी को मिला. सुरक्षाकर्मी ने तत्काल ईमानदारी दिखाते हुए हैंड बैग भूतनाथ स्टेशन कंट्रोलर को सौंप दिया. इसके बाद महिला को बुलाकर हैंड बैग दे दिया गया.
खोया पर्स वापस पर कर महिला बेहद खुश हुई और लखनऊ मेट्रो का आभार व्यक्त किया. इस दौरान महिला ने बताया कि उनके बेटे की शादी होनी है. इसी की शॉपिंग करने गई हुई थीं. मेट्रो से सफर करके उतर गई, लेकिन हीरे की अंगूठी के साथ-साथ अन्य जेवर और कैश रखा हुआ बैग मेट्रो में ही छूट गया. जब तक मुझे रियलाइज होता कि मेरा बैग मेट्रो में ही छूट गया उससे पहले ही भूतनाथ कंट्रोल रूम से मेरे मोबाइल पर काल आ गई. मुझे इन्फॉर्म किया गया कि आपका बैग मेट्रो में छूट गया था. महिला का कहना है कि पांच से सात मिनट में तत्काल मेट्रो स्टेशन पहुंची और यहां पर कंट्रोल रूम से मुझे मेरा बैग वापस मिल गया. महिला का कहना है कि मेट्रो के अलावा किसी अन्य साधन से अगर सफर कर रही होती तो मुझे मेरा बैग नहीं मिलता. इससे मेरा बहुत बड़ा नुकसान हो जाता.