लखनऊ :मौसम में जब भी परिवर्तन होता है तो सर्दी जुखाम बुखार वायरल बीमारी परिवार के सभी सदस्यों को होती है. अगर घर के किसी एक व्यक्ति को सर्दी जुखाम बुखार या त्वचा इंफेक्शन हुआ है तो वह तेजी से घर के बाकी सदस्यों को भी अपनी चपेट में ले लेता है. मौजूदा समय में कभी बारिश हो रही है कभी मौसम पूरा गर्म है मानसून परिवर्तन के कारण इन दिनों अस्पताल की ओपीडी में काफी भीड़ हो रही है ज्यादातर मरीज त्वचा रोग और वायरल बुखार से पीड़ित हो रहे हैं. इस मौसम में होने वायरल फीवर में मरीज को उल्टी, दस्त, मन मचलना, घबराहट, बैचेनी और बुखार मरीजों को हो रहा है. डॉक्टरों के मुताबिक वातावरण में मौजूद नमी से फंगल इंफेक्शन के मरीज बढ़ रहे हैं. इसके अलावा इंसेक्ट चाइट पानी कीड़े काटने के मामले भी ज्यादा आ रहे हैं. इसी तरह नमी के कारण कंजक्टिवाइटिस की परेशानी भी बढ़ रही है.
केजीएमयू के क्रिटिकल केयर एवं मेडिसिन विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. वेद प्रकाश ने बताया कि मौसम में जब भी परिवर्तन होता है उस समय सीजनल वायरल फीवर तेजी से फैलता है. बरसात ऋतु आते ही त्वचा से संबंधित रोग तेजी से फैलते हैं. इसके अलावा उल्टी, दस्त, बुखार वाले मरीज तेजी से बढ़ने लगते हैं. इसका मुख्य कारण यह है कि जब बारिश होती है उस समय साफ सफाई अच्छे से नहीं हो पाती है. ऐसे में मच्छर पनपते हैं, जिसके कारण यह बीमारियां होती हैं. ऐसे में लोगों को ध्यान देना चाहिए कि इस मौसम में अपने घर की साफ सफाई अच्छे से करें. ताकि वहां पर मच्छर न पनपने. अगर कहीं गढ्ढा है और पानी भरा हुआ है तो उसे साफ कर दें. कूलर में पानी भर के न रखें, समय-समय पर कूलर का पानी बदलते रहे. बच्चों को और खुद फुल बांह के कपड़े पहनाएं. घर के बाहर जा रहे हैं तो धूप से बचने का इंतजाम करें. छाता लें या फिर अपने शरीर को ढक कर चलें. इन सभी बातों के अलावा खानपान का भी विशेष ख्याल रखें. बाहर या पार्टी में खाना खाने से बचें. फ्रिज में रखा हुआ भोजन न करें.