लखनऊ : मौजूदा समय में मल्टीग्रेन आटा (मिक्स आटा) खास लोकप्रिय हो रहा है. डायबिटीज, कोलेस्ट्रॉल, ब्लड प्रेशर और वेट लॉस के लिए लोग इसे अपनी डाइट का एक हिस्सा बना रहे हैं. एक दौर हुआ करता था जब मल्टीग्रेन आटा ही लोग खाते थे. मल्टीग्रेन आटा का कोई भी साइड इफेक्ट नहीं है, लेकिन अगर मल्टीग्रेन आटा सही तरह से नहीं बना हो, पर्याप्त मानक के अनुसार न हो तो यह सेहत के लिए ठीक नहीं होता है. ऐसे लोग जो घर के मोटे अनाजों को आटा चक्की में पिसा लाते हैं, वह ज्यादा शुद्ध होता है और अगर अनाजों को अलग-अलग पिसाया ज्यादा तो बेहतर है. एक दिन बाजरे की रोटी खा ली तो दूसरे दिन ज्वार आटे की रोटी खा ली.
बाजरा में है पोषक तत्व :सिविल अस्पताल की डायटिशियन श्वेता राय ने बताया कि बाजरा में पर्याप्त मात्रा में सोडियम, फोलेट, आयरन, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर, और मैग्नीशियम जैसे आवश्यक पोषक तत्व मौजूद होते हैं. इसके साथ ही बाजरा फास्फोरस, जिंक, राइबोफ्लेविन थायमीन, नियासिन, और विटामिन बी6 का भी एक अच्छा स्रोत है. इतना ही नहीं बाजरा में कैलरी की मात्रा बहुत कम होती है और यह फाइबर से भरपूर होता है. इसलिए आप इसे बेफिक्र होकर अपनी वेट लॉस डाइट में शामिल कर सकती हैं. साथ ही यह डायबिटीज में भी कारगर माना जाता है. वहीं नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन के अनुसार बाजरा में मौजूद प्रोटीन, नायसिन, विटामिन बी, आयरन और जिंक त्वचा से लेकर बाल और नाखून की सेहत के लिए काफी फायदेमंद होते हैं.