लखनऊ :राजधानी स्थित बाबू बनारसी दास विश्वविद्यालय (बीबीडीयू) की करीब 70 छात्राएं फूड प्वाइजनिंग के शिकार हो गई हैं. विश्वविद्यालय के चार महिला हॉस्टल की छात्राएं फूड प्वाइजनिंग की चपेट में हैं. बीबीडी यूनिवर्सिटी में कुल 10 हॉस्टल हैं. 46 छात्राओं को डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान की इमरजेंसी में भर्ती कराया गया. इसके अलावा बेड खाली नहीं होने के कारण 24 छात्राओं को केजीएमयू ट्रामा सेंटर में भर्ती किया गया. इस मामले में विश्वविद्यालय प्रशासन ने तीन दिन के लिए वेंडर को सस्पेंड कर दिया है.
बाबू बनारसी दास विश्वविद्यालय की 70 छात्राएं फूड प्वाइजनिंग का शिकार, स्वास्थ्य विभाग ने भेजी टीम
लखनऊ स्थित बाबू बनारसी दास विश्वविद्यालय (बीबीडीयू) की करीब 70 छात्राओं को शुक्रवार रात फूड प्वाइजनिंग हो गई. आननफानन विश्वविद्यालय प्रशासन ने सभी को अस्पताल पहुंचाया. जहां इलाज के बाद अधिकतर छात्राओं को घऱ भेज दिया गया है.
बीबीडीयू के डीन स्टूडेंट वेलफेयर एसएमके रिज़वी ने बताया कि शुक्रवार देर रात करीब 70 छात्राओं की तबीयत अचानक से बिगड़ गई थी. इसके बाद उन्हें लोहिया और केजीएमयू में भर्ती कराया गया. भर्ती कराने के बाद पता चला कि छात्राओं को फूड प्वाइजनिंग हुई है. छात्राओं के खाने में क्या दिक्कत थी. इसको लेकर वेंडर को फटकार लगाई गई है. इसके अलावा तीन दिन के लिए उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है. साथ ही छह सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है. कमेटी मामले की पूरी जांच करेगी और जो भी इस मामले में दोषी होगा उस पर कड़ी कार्रवाई होगी. कमेटी को बीबीडी के डायरेक्टर डॉ. वीके सिंह लीड कर रहे हैं.
रिज़वी के अनुसार बीबीडीयू में 10 हॉस्टल हैं. जहां कुल 800 से अधिक छात्र-छात्राएं रहते हैं. 10 हॉस्टल की देखरेख के लिए यहां 50 वार्डन और गार्ड हैं. यह भी उसी हॉस्टल का खाना खाते हैं तो बाकी लोगों को फूड प्वाइजनिंग कैसे नहीं हुई. इसके अलावा 31 मार्च को बीबीडी का फाउंडर्स डे फंक्शन मनाया जाता है. शुक्रवार को फाउंडर्स डे फंक्शन था, वहां पर भी लंच की व्यवस्था थी. ऐसे में सारे पहलुओं को ध्यान में रखते हुए कमेटी जांच करेगी. इसके बाद जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके ऊपर कार्रवाई होगी.
स्वास्थ्य विभाग के सीएमओ मनोज अग्रवाल ने बताया कि लोहिया और केजीएमयू के ट्रामा सेंटर में बीबीडी की 70 छात्राओं को शनिवार सुबह भर्ती कराया गया था. मौके पर स्वास्थ्य विभाग की टीम गई है. इसके अलावा जलकल की टीम को भी बीबीडी हॉस्टलों के पानी की जांच के लिए भेजा गया है. देर रात छात्राओं की तबीयत बिगड़ने शुरू हुई थी. जिसके बाद शनिवार को भर्ती कराया गया था. फिलहाल सभी छात्राएं ठीक हैं. कुछ छात्राएं अस्पताल से डिस्चार्ज हो चुकी हैं. चार छात्राएं अभी अस्पताल में भर्ती हैं.