लखनऊ:कोविड-19 को लेकर प्रदेश सरकार और नगर निगम सहित सभी महकमे जी-जान से जुटे हुए हैं. सभी विभाग अपने-अपने कार्य को बखूबी अंजाम दे रहे हैं. लखनऊ नगर निगम लगातार इस मामले में सराहनीय कार्य कर रहा है. राजधानी लखनऊ की मेयर संयुक्ता भाटिया ने सैनिटाइजर की सीसी खरीद को लेकर नगर आयुक्त को पत्र लिखकर स्पष्टीकरण की मांग की थी. इस मामले को लेकर ईटीवी भारत ने उनसे बात की.
मेयर संयुक्ता भाटिया ने नगर आयुक्त से मांगा स्पष्टीकरण. दरअसल 6 तारीख को अखबारों में एक खबर छपी थी. जिसमें बताया गया था कि लखनऊ नगर निगम द्वारा सैनिटाइजर की सीसी खरीद का बिल अपर नगर आयुक्त के पास भेजा गया था. जिस पर अपर नगर आयुक्त अमित कुमार ने बिल भुगतान पर रोक लगा दी थी. इसके साथ ही उन्होंने जांच के आदेश भी दिए थे.
इसी खबर के आधार पर मेयर संयुक्ता भाटिया ने सैनिटाइजर की सीसी खरीद को लेकर नगर आयुक्त को पत्र लिखकर स्पष्टीकरण की मांग की थी. जिससे नगर निगम विभाग में हड़कंप मच गया. वहीं मेयर संयुक्ता भाटिया ने बताया कि उन्हें समाचार पत्र के माध्यम से जब जानकारी हुई तो उन्होंने इसका स्पष्टीकरण नगर निगम से मांगा है. इसके साथ ही मेयर संयुक्ता भाटिया ने अपर नगर आयुक्त अमित कुमार को भुगतान रोकने और जांच करने के लिए बधाई भी दी है.
वहीं इस मामले में नगर आयुक्त इंद्रमणि त्रिपाठी ने बताया कि सैनिटाइजर की सीसी की खरीद नहीं की गई है, बल्कि यह सीसी नि:शुल्क नगर निगम विभाग को प्राप्त हुई है. सैनिटाइजर सीसी खरीद में घोटाले की बात बेबुनियाद है.
नगर निगम को मेयर संयुक्ता भाटिया द्वारा दिया गया लेटर इस समय चर्चा का विषय बना हुआ है. एक तरफ नगर आयुक्त सैनिटाइजर की सीसी फ्री में मिलने की बात कर रहे है. वहीं नगर निगम में बिल पास करने के लिए फाइल अपर नगर आयुक्त के पास पहुंची थी, जब अपर नगर आयुक्त ने बिल में गड़बड़ी देखी तो बिल भुगतान रोक दिया. मेयर ने कहा कि स्पष्टीकरण आने के बाद दोषी लोगों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी.