लखनऊ:उत्तर प्रदेश सरकार भले ही स्वच्छता के कितने भी दावे करती हो, स्मार्ट सिटी बनाने को लेकर कितने भी कसीदे पढ़ती हो, लेकिन हकीकत यही है कि उत्तर प्रदेश की राजधानी स्मार्ट सिटी तक नहीं नहीं बन पा रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी उत्तर प्रदेश सरकार की लाज बचा रहा है.
केंद्रीय आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय की तरफ से आयोजित इण्डिया स्मार्ट सिटीज अवार्ड कान्टेस्ट 2022 (India Smart City Award Contest 2022) में विभिन्न श्रेणियों में अवार्ड की घोषणा हुई. इसमें उत्तर प्रदेश की लाज वाराणसी और आगरा ने बचाई. उत्तर प्रदेश के कानपुर, आगरा, लखनऊ, वाराणसी को विभिन्न श्रेणियों में इण्डिया स्मार्ट सिटीज अवार्ड कान्टेस्ट-2022 में प्राप्त 10 अवार्ड मिले हैं.
इण्डिया स्मार्ट सिटीज अवार्ड कान्टेस्ट-2022 में नार्थ जोन के मिलियन प्लस स्मार्ट सिटी शहरों में वाराणसी स्मार्ट सिटी को प्रथम स्थान मिला है. राष्ट्रीय स्तर पर आगरा स्मार्ट सिटी को तीसरा स्थान प्राप्त हुआ है. प्रदेश के स्मार्ट सिटी शहरों में आगरा ने बेहतर प्रदर्शन किया है. आवास एवं शहरी कार्य मंत्रालय की तरफ से आयोजित इण्डिया स्मार्ट सिटीज अवार्ड कान्टेस्ट 2022 में विभिन्न श्रेणियों में प्रदेश को कुल 10 अवार्ड प्राप्त हुए हैं. प्रोजेक्ट अवार्ड कैटेगरी के बिल्ट एनवायरमेंट श्रेणी में कानपुर के पालिका स्पोर्ट स्टेडियम के आधुनिकीकरण व विकास कार्य के लिए न्यू टाउन कोलकाता के साथ संयुक्त रूप से कानपुर को तीसरा स्थान मिला है.