लखनऊ: राजधानी में कोरोना वायरस के एक मरीज की पुष्टि होने के बाद जिला अस्पताल और स्वास्थ्य विभाग अलर्ट हो गया है. इस सिलसिले में स्वास्थ विभाग की ओर से राजधानी में लगभग 100-100 बेड को रिजर्व किया गया है, ताकि किसी भी आपदा जैसी स्थिति में मरीजों को समुचित इलाज मिल सके.
कोरोना वायरस की पुष्टि पर राजधानी हुई सतर्क, अस्पतालों में बढ़ाए गए बेड
राजधानी लखनऊ में कोरोना वायरस का एक मामला सामने आने के बाद से स्वास्थ्य विभाग अपनी तैयारियों में जुटा हुआ है. विभाग दावा कर रहा है कि किसी भी तरह की आपदा की स्थिति से निपटने के लिए वह तैयार है. सीएमओ ने बताया कि जिला अस्पतालों में कुल 71 बेड सुरक्षित रखे गए हैं.
कोरोना वायरस को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट
कोरोना वायरस को लेकर स्वास्थ्य विभाग पहले से भी काफी अलर्ट है. एयरपोर्ट पर थर्मल स्कैनर और हेल्थ यूनिट्स का इंतजाम किया गया है. शहर में एक मरीज के कोरोना वायरस की पुष्टि होने के बाद यह सतर्कता और बढ़ा दी गई है.
एयरपोर्ट पर स्वास्थ्य विभाग की हेल्प डेस्क
इस सिलसिले में सीएमओ डॉक्टर नरेंद्र अग्रवाल ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग पहले से अलर्ट है. एयरपोर्ट पर स्वास्थ्य विभाग की हेल्प डेस्क काम कर रही है. सभी डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ की ट्रेनिंग करवाई जा चुकी है. इसके अलावा हमारे पास कोरोना से बचने के लिए पर्सनल प्रोडक्शन किट भी मौजूद है. साथ ही भारत सरकार की गाइडलाइंस के हिसाब से यदि कुछ लोगों को कोरेंटिन करने की जरूरत पड़ती है तो उसके लिए भी हमने अस्पतालों के बेड सुरक्षित कर दिए हैं.
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किसी आपदा की स्थिति से बचने और स्वास्थ्य विभाग के अलर्ट के अनुसार हमने औरंगाबाद क्षेत्र की सूडा बिल्डिंग में कुछ बेड सुरक्षित रखे हैं. इसके अलावा सरोजनी नगर के ईएसआई अस्पताल और लोकबंधु अस्पताल में सौ-सौ बेड सुरक्षित करवाए जा चुके हैं. इन सभी के अलावा हमारे पास चिकित्सा संस्थानों और जिला अस्पतालों में कुल 71 बेड सुरक्षित रखे गए हैं. इनमें किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी, डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान, बलरामपुर जिला अस्पताल, सिविल अस्पताल और लोकबंधु अस्पताल आदि शामिल हैं.
- डॉ. नरेंद्र अग्रवाल, सीएमओ