लखनऊ :राजधानी के माल इलाके में बीते गुरुवार को हुई गोवंश की मौत के मामले में जिला प्रशासन ने कार्रवाई करते हुए जांच में पाए गए दोषी सचिव और लेखपाल को तत्काल पर प्रभाव से निलंबित कर दिया है. साथ ही पशु चिकित्साधिकारी व खण्ड विकास अधिकारी का वेतन रोकते हुए स्पष्टीकरण मांगा गया है. ये सभी लोग सीडीओ की जांच में दोषी पाए गए थे.
ये था मामला
पूरा मामला राजधानी लखनऊ के ग्रामीण क्षेत्र के माल ब्लॉक की अहिन्दर ग्राम पंचायत का था, जहां गोशाला में भारी बारिश अनियमितताओं के चलते कई गोवंशीय जानवरों की मौत हो गई थी. गौशाला में जानवारों के शव इधर-उधर बिखरे पड़े थे. कुछ शवों से सड़ने की दुर्गंध आर रही थी, जिसकी वहज से गोशाला में लोगों का खड़ा मुश्किल हो रहा था. इस मामले के सामने आने के बाद प्रशासन ने इसे दबाने में जुट गया और सुबह से दोपहर तक शवों को ठेलों और ट्रैक्टर पर लाद कर वहां से हटाया गया और उन्हें गड्ढा खोदकर दफना दिया गया. जानवरों के शव को दफन करने के काम में आठ जेसीबी मशीनें लगाई गई थीं. ग्रामीणों के मुताबिक गौशाला में 50 से अधिक पशुओं की मौत हुई थी. ग्रामीणों में चर्चा थी कि पेट भर भोजन और पानी न मिलने से कमजोर बेजुबान बरसात का पानी तथा हवा के सर्द थपेड़े नहीं झेल सके और बीमारी से तड़पते पशुओं की ओर किसी ने निगाह तक नहीं डाली.