लखनऊ: साइबर अपराधियों ने नया तरीका निकाला है, जिसके तहत वह बड़ी-बड़ी दुकानों पर जाकर लाखों का सामान खरीदते हैं और उसके बाद पेटीएम से भुगतान करने की बात कहते हैं. इस बीच यह अपने मोबाइल फोन से एक लिंक विक्रेता के फोन में भेजते हैं. इस लिंक को खोलने के बाद जब विक्रेता पैसा जमा करता है तो उसके खाते से पैसा कट जाता है. इस तरह की घटना सामने आने के बाद साइबर सेल ने एडवाइजरी जारी की है.
लखनऊ साइबर सेल ने एडवाइजरी जारी करते हुए कहा है कि लॉकडाउन खुलने के बाद साइबर क्रिमिनल एक्टिव हो गए हैं. यह लोग विभिन्न दुकानों पर जाकर लाखों रुपये का सामान खरीद रहे हैं और उसका भुगतान पेटीएम के माध्यम से करने की बात कहते हैं. इसके बाद वह विक्रेता के मोबाइल पर एक लिंक भेज देते हैं, जिस पर क्रय की गई वस्तु की कीमत अंकित होती है. भेजे गए लिंक द्वारा पेमेंट करने पर रुपये क्रेडिट के बजाय डेबिट हो जाते हैं और दुकानदार के बैंक अकाउंट से अंकित राशि डेबिट हो जाती है.
लखनऊ वासियों सावधान, दुकानदारों को ऐसे निशाना बना रहे साइबर अपराधी
साइबर अपराध उत्तर प्रदेश पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ है. लॉकडाउन के दौरान लोगों के साथ बड़ी संख्या में सामान बेचने के नाम पर साइबर अपराध की घटनाओं को अंजाम दिया गया है. अब साइबर अपराधी खरीदार नहीं विक्रेताओं को भी निशाना बना रहे हैं.
लखनऊ में दुकानदारों को निशाना बना रहे साइबर अपराधी
भेजे गए लिंक का इस्तेमाल अज्ञात एप द्वारा किया जाता है ताकि उनका व्हाट्सएप का नंबर न दिख सके. यह गैंग लखनऊ शहर में ब्लू बलेनो कार का इस्तेमाल कर रहे हैं, जिस पर दिल्ली की नंबर प्लेट लगी है. एडवाइजरी जारी करते हुए लखनऊ साइबर सेल ने सभी दुकानदारों को हिदायत दी है कि कृपया इस प्रकार के पेमेंट मोड का इस्तेमाल न करें और साइबर फ्रॉड होने से बचें.