लखनऊ :उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में हर रोज सात महिलाएं रेप, दहेज हत्या, छेड़छाड़ और दहेज हिंसा का शिकार हो रही हैं. ये मामले वह हैं जो थानों में दर्ज किए जा रहे हैं. असल में इनकी संख्या अधिक हो सकती है. ऐसे में राजधानी की पुलिस अब महिलाओं के प्रति होने वाले अपराधों के निस्तारण में तेजी लाने का दावा कर रही है. ताकि आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दिलाई जा सके.
Crime Story : लखनऊ में हर रोज सात महिलाएं हो रहीं दुष्कर्म, छेड़छाड़ और दहेज हिंसा की शिकार
उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था को लेकर पुलिस के तमाम दावों के बावजूद राजधानी लखनऊ में प्रतिदिन सात महिलाएं प्रताड़ना का शिकार हो रही हैं. ऐसे आंकड़े एनसीआरबी की रिपोर्ट से सामने आए हैं. हालांकि यह वे मामले हैं जो पुलिस थानों में दर्ज किए गए.
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लखनऊ में बीते 16 माह में तीन हजार 290 ऐसे मामले पुलिस थानों में दर्ज हुए हैं जो महिलाएं के खिलाफ अपराध घटित हुए हैं. इनमें पॉक्सो एक्ट, बलात्कार, दहेज हिंसा, दहेज हत्या, छेड़छाड़, तेजाब फेंकना और लड़की को बहलाकर भगा ले जाने के मामले हैं. इन 16 महीनों में सबसे अधिक दहेज हिंसा, दूसरे स्थान पर पॉक्सो और तीसरे स्थान पर बच्चियों को बहलाकर ले जाने के मामले दर्ज हुए हैं. हालांकि इन मामलों को दर्ज कर जांच करने राजधानी पुलिस तेजी भी दिखा रही है.