लखनऊ: सिटी बस के इस फैसले में छात्र-छात्राओं और वरिष्ठ नागरिकों को भी एमएसटी में छूट खत्म कर दी गई है. अब एमएसटी काउंटरों पर जुलाई माह में छात्र-छात्राओं के एमएसटी बनवाने के लिए लगने वाली भीड़ भी गायब हो गई है. इस फैसले के बाद से एमएसटी की संख्या में जबरदस्त कमी आई है. रियायत न मिलने के कारण अब छात्र-छात्राएं एमएसटी बनवाने से भी परहेज करने लगे हैं.
क्या है फैसला
- सिटी बस प्रबंधन ने सभी श्रेणियों की एमएसटी एक समान कर दी है.
- पहले स्कूल में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं को 20 प्रतिशत तक की छूट मिलती थी.
- एमएसटी का किराया जितना पहले होता था, उसमें कम होने के साथ ही अतिरिक्त छूट भी मिलती थी.
- वरिष्ठ जनों, 21 साल से नीचे के युवक-युवतियों को भी एमएसटी पर सिटी बस प्रबंधन ने 60 ट्रिप के कुल किराए में 20% की छूट दे दी है.
- एमएसटी काउंटरों पर छात्र-छात्राएं सिटी बसों की एमएसटी बनवाने ही नहीं आ रहे हैं.
क्या कहते हैं एमएसटी काउंटरों पर तैनात कंपनी के प्रतिनिधि
- पहले हर रोज चारबाग बस स्टेशन पर स्थित काउंटर से ही 50 एमएसटी जारी होती थी, जिनकी संख्या सिर्फ 20 ही बची है.
- चारबाग बस स्टेशन पर एक काउंटर से हर दिन 2 लाख रुपये की एमएसटी बनती थी.
- सभी जगहों के काउंटर को मिलाकर 70 से 80 हजार रुपये ही बची है.
- सिटी बस प्रबंधन के इस अजीबोगरीब फैसले से जहां एमएसटी धारकों को नुकसान उठाना पड़ रहा है.
- सिटी बस के इस फैसले ने सिटी बस को और भी घाटे की खाई में धकेल दिया है.