वाराणसीःभाद्रपद शुक्ल षष्ठी को लोलार्क षष्ठी के नाम से जाना जाता है. जो इस वर्ष बुधवार 4 सितम्बर को पड़ रही है. मान्यता है कि काशी स्थित लोलार्क कुंड पर स्नान करने से निसंतान दंपति को पुत्र की प्राप्ति होती है. संतान प्राप्ति की मान्यता के चलते हर साल लोलार्क छठ पर इस कुंड में डुबकी लगाने वालों की भारी भीड़ होती है.
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स्नान मात्र से मिलता है पुत्र प्राप्ति का वरदान
पूरे देश से निसंतान दंपति इस कुंड में स्नान करने आते हैं और पुत्र प्राप्ति का वरदान लेकर जाते हैं. इस कुंड में स्नान करने वाले निसंतान दंपति स्नान के बाद कपड़े कुंड में ही छोड़ देते हैं. लोलार्क षष्ठी पर लाखों की संख्या में होने वाली भीड़ के मद्देनजर जिला प्रशासन ने तैयारी पूरी कर ली है. जगह-जगह पर बैरिकेडिंग कर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम प्रशासन की तरफ से किए गए हैं.