लखनऊ : यूपी में आबकारी विभाग के एक तकनीकी अधिकारी के खिलाफ लोकायुक्त संगठन ने जांच शुरू कर दी है. यह जांच आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में हो रही है, जिसकी शिकायत फरवरी 2023 में राजधानी के पंकज वर्मा ने की थी. शिकायतकर्ता पंकज वर्मा ने लोकायुक्त को शिकायत कर आरोप लगाया था कि तकनीकी अधिकारी ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए आय से अधिक संपत्ति अर्जित की है.
अब आबकारी विभाग के एक तकनीकी अधिकारी की जांच शुरू, जानिए पूरा मामला - आय से अधिक संपत्ति अर्जित
आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के मामले में लोकायुक्त संगठन ने आबकारी विभाग के तकनीकी अधिकारी के खिलाफ जांच शुरू की है.
शिकायतकर्ता पंकज वर्मा ने इस वर्ष 6 फरवरी को लोकायुक्त संगठन से शिकायत करते हुए आरोप लगाया था कि 'उक्त तकनीकी अधिकारी आबकारी विभाग में 1991 में सहायक प्राविधिक अधिकारी बने थे. दस वर्ष बाद प्रोन्नत होकर प्राविधिक अधिकारी बन गए. उन्होंने 1991-92 से 2019-20 तक कुल 1,31,86,477 रुपये का आयकर रिटर्न दाखिल किया है, वहीं विभाग को अपनी कुल आय करीब 94 लाख रुपए बताई, जबकि इस अवधि में कुल 6.98 करोड़ रुपए चल-अचल संपत्तियों को अर्जित करने और अन्य मदों में व्यय किए. इस तरह उन्होंने अपनी समस्त ज्ञात आय के स्रोतों से 6.04 करोड़ रुपये अधिक व्यय किए.'
शिकायतकर्ता पंकज वर्मा ने तकनीकी अधिकारी पर उनकी कई संपत्तियों की जानकारी आयकर विभाग और आबकारी विभाग से छिपाने का आरोप भी लगाया है. ऐसे में लोकायुक्त संगठन ने पंकज वर्मा को शिकायत पर जांच शुरू करते हुए उक्त तकनीकी अधिकारी और उनके परिजनों के नाम खरीदी गई चल-अचल संपत्ति का ब्यौरा तलब किया है. बता दें, बीते दिनों लोकायुक्त ने एक के बाद एक कई आईएएस अधिकारियों की भी भ्रष्टाचार के मामले में जांच शुरू की है, इसमें अपर मुख्य सचिव अमित मोहन प्रसाद, प्रमुख सचिव बीएल मीणा और प्रांजल यादव शामिल हैं.
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