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यूपी पहुंचा टिड्डियों का झुंड, शोर-शराबा कर फसल बचाने में जुटे ग्रामीण - locust in mirzapur

पाकिस्तान से आए टिड्डियों के झुंड ने यूपी में भी आतंक मचाना शुरू कर दिया है. मध्यप्रदेश और राजस्थान में टिड्डियों के हमले के बाद यूपी के 10 जिलों में अलर्ट जारी किया गया है.

locust attack in uttar pradesh
लाखों की संख्या में टिड्डियों को देख कर किसान डरे हुए हैं

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Published : May 28, 2020, 10:20 PM IST

लखनऊ: टिड्डियों के आतंक को देखते हुए दूसरे राज्यों की सीमाओं से लगे जिलों में रसायनों के छिड़काव करने के आदेश दिए गए हैं. टिड्डियों का दल यूपी के कानपुर, सोनभद्र और मिर्जापुर तक पहुंच गया है. टिड्डियों से किसानों की फसलों को बचाने के लिए कृषि विभाग दवा का छिड़काव करा रहा है.

सोनभद्र पहुंचा टिड्डियों का झुंड

टिड्डियों का समूह मध्य प्रदेश के सिंगरौली से होते हुए सोनभद्र के घोरावल विकासखंड के तेंदूहार सहित कई गांव में पहुंच चुका है. सूचना पर कृषि विभाग की टीम भी मौके पर पहुंची और स्थिति का जायजा लिया. घोरावल थाना क्षेत्र के तेंदूहार, मरसड़ा, मेहुडी सहित कई गांवों में टिड्डी दल का कहर देखने को मिल रहा है. अधिकारियों ने सतर्कता दिखाते हुए रात में गांव में दवा का छिड़काव कराया. जिला कृषि अधिकारी पीयूष राय ने बताया कि हम लोगों ने समिति की बैठक करके अपनी तैयारियां पुख्ता कर ली थी. एक गांव में टिड्डी का दल बैठने लगा तो हम लोगों ने वहां पर दवा का छिड़काव करवाया है.

मिर्जापुर में टिड्डियों से दहशत

सोनभद्र से होते हुए टिड्डियों का दल मिर्जापुर के हलिया ब्लॉक के बॉर्डर के इलाके के गांव तक पहुंच गया है. टिड्डियों के प्रकोप को देखते हुए सीडीओ ने अधिकारियों के साथ बैठक कर हालात का जायजा लिया. बैठक में उन्होंने टिड्डी दल को रोकने के लिए ग्रामीण इलाकों में अधिकारियों और कर्मचारियों की तैनाती करने का निर्देश दिया है. सीडीओ का कहना है कि कर्मचारियों और अधिकारियों की तैनाती कर सतर्कता बरती जा रही है. टिड्डियों के दल को अभी सिर्फ बॉर्डर के एक गांव तक पहुंचने की सूचना है. किसानों को सावधान रहने को कहा गया है.

कानपुर, कीट विभाग के प्रोफेसर ने बताया उपाय

कानपुर के कृषि विश्वविद्यालय के कीट विभाग के प्रोफेसर डॉक्टर धर्मराज सिंह ने किसानों को इस भयानक आपदा से निपटने के लिए तरह-तरह के उपाय बताए हैं. डॉ. धर्मवीर सिंह का कहना है कि एक साथ किसान एकत्रित होकर ऐसी स्थिति में थाली, ढोलक, शंख, डीजे आदि की ध्वनि उत्पन्न करके इन भयानक टिड्डियों के आतंक से बच सकते हैं. उन्होंने कहा कि कुछ ऐसी दवाइयां भी हैं, जिनका छिड़काव करके इन टिड्डियों के द्वारा होने वाले नुकसान से किसान अपनी फसल को बचा सकते हैं.

टिड्डियों की दहशत देख मथुरा कृषि विभाग ने कसी कमर

टिड्डियों की दहशत को देखते हुए कृषि विभाग ने राजस्थान से लगे हुए गांव के किसानों को सचेत कर दिया है. डिप्टी डायरेक्टर एग्रीकल्चर धुरेंद्र कुमार ने बताया कि मथुरा में राजस्थान से लगे हुए गांवों में हमने मीटिंग कर ली है और सभी किसान भाइयों को सचेत कर दिया है. हमारे कर्मचारी लगे हुए हैं. किसानों को कहा गया है कि वह शोर-शराबा करें, थाली पीटें, डीजे बजा दें. कीटनाशक दवाइयों का भी छिड़काव करें.

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