लखनऊ: राज्य में कोरोना वायरस (covid 19) के साथ-साथ एक और समस्या से आमजन जूझ रहे हैं. ये हैं घरेलू समस्याएं. इन समस्याओं का कहीं कोई विकल्प नहीं मिल रहा है. दरअसल, हर दूसरे घर में आये दिन इलेक्ट्रिशियन और प्लंबर से जुड़ी ऐसी तमाम जरूरतें पड़ती हैं, जो लॉकडाउन की वजह से मुहैय्या नहीं हो पा रही हैं. इन समस्याओं का खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है.
लॉकडाउन ने व्यापारियों को किया बेहाल
लॉकडाउन का असर जनता के साथ ही व्यापारियों पर भी पड़ रहा है. ईटीवी भारत की टीम ने लॉकडाउन के दौरान हो रही परेशानियों को लेकर राजधानी के कुछ व्यापारियों से बातचीत की. लखनऊ में इलेक्ट्रिशियन का काम करने वाले रवि कुमार साहू ने बताया कि लगभग दो महीने से उनका व्यापार ठप है. उनके पास कई ग्राहकों के फोन आए पंखे, कूलर जैसी चीजों को ठीक करने के लिए, लेकिन वह उनकी मदद नहीं कर सके.
सजावटी मछलियों के व्यापारी भी परेशान
सजावटी मछलियों का व्यापार करने वाले दुकानदार भी लॉकडाउन से परेशान हैं. उनकी परेशानी का कारण यह है कि उनके ग्राहक जो उनसे हर 2 से 4 दिन में मछलियों का चारा लेने आया करते थे, वे उनकी मदद नहीं कर पा रहे हैं. इससे ग्राहकों के पास मौजूद सजावटी मछलियां भूख से मर रही हैं. अब सजावटी मछलियों को पालने वाले लोगों को ये समझ नहीं आ रहा है कि आखिरकार कैसे इस समस्या का समाधान निकले?
बुटीक और सौंदर्य प्रसाधन का कारोबार भी ठप
लॉकडाउन के चलते ब्यूटी पार्लर, बुटीक, कॉस्मेटिक शॉप संचालन करने वालों को भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. जिन महिलाओं को बुटीक में सूट बनवाना है या कोई कपड़ा या सूट सही करवाना है, उन्हें भी बेहद दिक्कत और परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. बुटीक और पार्लर संचालन करने वाली महिला व्यापारी ने कहा कि राजधानी के बाजारों में इतनी भीड़ है, उससे क्या कोरोना का केस नहीं बढ़ेगा ? उनका कहना है कि हम अपनी दुकान के अंदर बैठेंगे तो कोरोना हो जाएगा. साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि ग्राहकों के लगातार फोन आते रहते हैं, लेकिन हम उन्हें कोई सुविधा नहीं दे पाते हैं.