लखनऊ:वैश्विक महामारी कोविड-19 के चलते पिछले डेढ़ महीने से देश के बाजार बंद हैं. राजधानी लखनऊ के करीब 1 हजार रेडीमेड गारमेंट्स व्यापारी भी इन दिनों काफी मुश्किलों से गुजर रहे हैं. फरवरी-मार्च महीने से ही व्यापारी गर्मियों और ईद के सीजन की तैयारियों में जुट जाते थे, लेकिन इस बार लॉकडाउन के चलते सभी व्यापारी घर में बैठने को मजबूर हैं. जब कि गर्मियों का समय व्यापारियों के मुनाफे भरा होता है.
व्यापारियों की बढ़ी मुसीबतें
लॉकडाउन में छोटे से लेकर बड़े व्यापारी सभी परेशान है. रमजान के इस पावन मौके पर दुकानदारों की सारी तैयारियां धरी की धरी रह गईं. शोरूम, गोदाम सभी बंद हैं. ऐसे में रेडीमेड गारमेंट्स के होलसेलर, रिटेलर और डिस्ट्रीब्यूटरों को तकरीबन 1 हजार करोड़ का नुकसान होने का अनुमान लगाया जा रहा है. व्यापारियों ने बताया कि यह समय उनके लिए बड़ा कठिन से गुजर रहा है. यह समय व्यापारियों के लिए गोल्डन पीरियड माना जाता है, लेकिन लॉकडाउन ने उनकी उम्मीदों पर पानी फेर दिया.
लखनऊ रेडीमेड एसोसिएशन के अध्यक्ष अमरनाथ मिश्रा ने कहा कि लॉकडाउन के चलते सब नुकसान हो गया है. जो पहले से स्टॉक जमा किए गए थे. सब बर्बाद हो गए. अब किसी के काम का कुछ नहीं बचा है. व्यापारियों के लिए फरवरी-मार्च का महीना अहम होता है. यह महीना व्यापारियों के लिए मुनाफे का होता है, लेकिन लॉकडाउन ने सब बेकार कर दिया. आज व्यापारी घर में बैठने को मजबूर हैं. परिवार चलाना कठिन हो गया है, लेकिन सरकार व्यापारियों की कोई सुध नहीं ले रही है.