लखनऊ:लविवि की ओर से जारी एलएलबी-3 वर्षीय पाठ्यक्रम की कक्षाओं के नतीजों को लेकर छात्र-छात्राओं ने सोमवार को सड़क जामकर प्रदर्शन किया. छात्रों ने विश्वविद्यालय गेट पर नाराजगी जताई. छात्रों का आरोप है कि एलएलबी अंतिम वर्ष के छात्रों की जानबूझकर बैक लगाई गई है.
लखनऊ विश्वविद्यालय के गेट पर एलएलबी के छात्रों ने पेपर में बैक आने पर किया प्रदर्शन लविवि के गेट पर हनुमान सेतु के सामने स्थित मुख्य मार्ग को जाम लगाकर एलएलबी स्टूडेंट सड़क पर बैठ गए. इस दौरान शिया पीजी कॉलेज, डीएवी पीजी कॉलेज, गीता लॉ कॉलेज समेत कई कॉलेजों के 100 से अधिक छात्रों ने विश्वविद्यालय प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. उन्होंने आरोप लगाया कि पेपर लैंड लॉ में कॉलेज के अधिकतर छात्रों को फेल कर दिया गया है. इससे एलएलबी अंतिम वर्ष के कई छात्रों की बैक लग गई है. ऐसे में उनका करियर खराब हो सकता है.
प्रोफेसर ने किया समझाने का प्रयास
हंगामे की सूचना पाकर विश्वविद्यालय के प्रोफेसर दिनेश कुमार मौके पर पहुंच गए. उन्होंने छात्रों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन कई घंटे बीतने के बाद भी छात्र अपनी मांग पर अड़े रहे. इस बीच छात्रों और प्रोफेसर के बीच कई बार तीखी नोकझोंक भी हुई. मामले की सूचना पाकर कई थानों की फोर्स मौके पर आ गई. इसके बाद एसीपी प्रीति सिंह ने आकर छात्रों को 2 दिन में कुलपति से बात करने की बात कही. इसके बाद भी छात्र बड़ी मुश्किल से माने.
भेदभाव की नीति अपनाने का आरोप
गीता लॉ कॉलेज के छात्र सत्येंद्र ने बताया कि कोरोना संक्रमण के कारण क्लास नहीं हो रही हैं. ऐसे में विश्वविद्यालय प्रशासन ने जो छात्र पहले अच्छे नंबरों से पास थे, उन्हें एक सब्जेक्ट में फेल कर दिया है. आरोप है कि विश्वविद्यालय के छात्रों को अच्छे नंबर से पास किया गया है. ऐसे में भेदभाव की नीति अपनाई जा रही है, जिसका विरोध किया जा रहा है. डीएवी पीजी लॉ कॉलेज की नीता गुप्ता ने बताया कि कैंपस के कुछ बच्चों को 100 और 98 नंबर तक दिए गए हैं, लेकिन कॉलेज के स्टूडेंट को कम नंबर देकर फेल कर दिया गया है. 5 नवंबर से रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया शुरू होने जा रही है. ऐसे में हम लोगों का पूरा साल बर्बाद हो जाएगा.
विश्वविद्यालय प्रशासन बैकफुट पर, पुलिस ने संभाला
विश्वविद्यालय गेट पर जब छात्र हंगामा कर रहे थे, उस दौरान प्रोफेसर दिनेश कुमार स्टाफ के साथ मौके पर पहुंचे. उन्होंने कई बार छात्रों से बात करने का प्रयास किया, लेकिन प्रदर्शन खत्म करने को लेकर सहमति न बनने के बाद सभी बैकफुट पर आ गए. इसके बाद पुलिस के पहुंचने पर एसीपी प्रीति सिंह ने मोर्चा संभाला और छात्रों से बात कर दो दिन में समस्या का हल कराने का आश्वासन दिया. इसके बाद छात्रों ने प्रदर्शन खत्म किया.