लखनऊ: अगर आपका वजन आपकी लंबाई के हिसाब से बहुत ज्यादा है तो आप एक नहीं, कई गंभीर बीमारियों के जोखिम में हैं. डॉक्टरों के मुताबिक वजन बढ़ने से पाचन तंत्र की बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है, जिससे मध्यम आयु वर्ग में लीवर कैंसर हो सकता है. बॉडी मास इंडेक्स (Body mass index, BMS) की प्रत्येक अतिरिक्त इकाई के लिए पेट या यकृत में ट्यूमर के विकास का खतरा 13 प्रतिशत बढ़ जाता है. वहीं भोजन नली का कैंसर और अग्नाशय के कैंसर की संभावना भी 10 और 6 प्रतिशत बढ़ जाती है. लोहिया अस्पताल के कैंसर स्पेशलिस्ट डॉ. आशीष बतातें है कि ऑनलाइन मोटापा कम करने की बहुत सारी कैप्सूल के विज्ञापन आते हैं. जिसकी तरफ लोग आकर्षित होकर मोटापा कम करने की कैप्सूल खा लेते हैं. महीने में 10 से अधिक केस ऐसे आ ही जाते हैं. जिसकी वजह से लीवर पर इंफेक्शन होता है. कभी कभी मरीज आखिरी पड़ाव पर आते है.
लीवर खराब करने में मोटापा भी एक वजह
लोहिया अस्पताल के कैंसर स्पेशलिस्ट डॉ. आशीष सिंघल बताते हैं कि शरीर का दूसरा सबसे बड़ा अंग होता है, यह तो आप जानते ही होंगे. यह पेट के दाहिने तरफ के रिब्स के पीछे होता है. लीवर के दो भाग होते हैं. लिवर कई ऐसे कार्य करता है, जिससे आप हेल्दी रहते हैं. खून में से हानिकारक तत्वों को बाहर निकालने का काम करता है. यह एंजाइम और पित्त का निर्माण भी करता है जो भोजन को पचाने में मदद करता है. लीवर के खराब होने के कई कारण होते हैं, जिसमें धूम्रपान, शराब की लत, मोटापा, बेतरतीब जीवनशैली, खानपान में गड़बड़ी आदि जिम्मेदार होते हैं. कई रोगों से आपका लिवर ग्रस्त हो जाता है.
कार्बोहाइड्रेट से रहें दूर
इसमें कोई शक नहीं कि मोटापा लाइफस्टाइल से जुड़ी एक तरह की बीमारी है. जिसकी वजह से शरीर में कई तरह की बीमारियां और हो जाती हैं. जिसमें कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी भी शामिल है. डॉक्टर बताते हैं कि एक अध्ययन के मुताबिक करीब दो तिहाई आबादी मोटापे की समस्या से जूझ रही है. जिसमें वयस्कों के साथ-साथ बच्चों में भी मोटापे का खतरा तेजी से बढ़ रहा है. इसके पीछे की वजह फास्ट फूड और बगैर टाइम के खानपान है. स्वस्थ रहने के लिए प्रोटीन और विटामिन युक्त डाइट लेना बहुत आवश्यक है. कार्बोहाइड्रेट के कारण व्यक्ति का वजन बढ़ता है. जिसकी वजह से लीवर पर दबाव बनता है.