लखनऊःयूपीएसटीएफ ने गुरुवार को अतीक अहमद के बेटे असद और उसके साथी गुलाम का एनकाउंटर कर दिया. समाजवादी पार्टी के मुखिया व पूर्व अखिलेश यादव ने इसे धर्म से जोड़ते हुए योगी सरकार को भाईचारा के खिलाफ बता दिया. अब योगी सरकार ने बीते छह वर्षों में एनकाउंटर में ढेर हुए अपराधियों की लिस्ट जारी की है.
इस लिस्ट के मुताबिक वर्ष 2017 से अब तक कुल 183 अपराधी मुठभेड़ में ढेर हुए हैं, जिसमें 57 अपराधी मुस्लिम धर्म से थे. ऐसे में अब सत्ताधारी दल बीजेपी ने अखिलेश की मंशा पर ही सवाल उठाएं हैं. उन पर आरोप लगाए हैं कि वो जानबूझकर अपराधियों की जाति और धर्म ढूंढते हैं, जिससे चुनाव में इसका फायदा उठा सके.
यूपी पुलिस ने राज्य में योगी सरकार बनने के बाद से अब तक हुए एनकाउंटर और एनकाउंटर में ढेर हुए अपराधियों की लिस्ट शनिवार को जारी की. इस लिस्ट में अपराधी का नाम, उसके अपराध और एनकाउंटर होने की तारीख अंकित की गई है. गुरुवार को हुए अतीक के बेटे असद और शूटर गुलाम के एनकाउंटर के बाद अखिलेश यादव ने इसे भाईचारा के खिलाफ एक्शन कहते हुए एनकाउंटर को फर्जी बता दिया था.
यूपी पुलिस द्वारा जारी लिस्ट में सामने आया है कि वर्ष 2017 से अब तक उत्तर प्रदेश में कुल 183 अपराधी एनकाउंटर में ढेर हुए हैं, जिसमें असद और गुलाम भी शामिल हैं. इसमें 57 ऐसे अपराधी हैं, जो मुस्लिम धर्म से थे. अन्य 126 अपराधी हिंदू धर्म के थे. हालांकि कानून आईपीसी और सीआरपीसी से चलता है और ये धर्म देखकर कार्रवाई नहीं करते.
ये हैं आंकड़े
पुलिस के आंकड़ों पर गौर करें तो साल 2017 में 28 अपराधी एनकाउंटर में ढेर हुए, जिसमें 14 मुसलमान, 2018 में 41 अपराधी ढेर हुए इसमें 14 मुसलमान, 2019 में 34 जिसमें 11 मुसलमान, 2020 में 26 अपराधी ढेर हुए उसमें 5 मुसलमान, 2021 में हुए एनकाउंटर में 26 अपराधी मारे गए इसमें 7 मुसलमान, 2022 में 14 ढेर हुए इसमें 1 मुस्लिम और वर्ष 2023 में अब तक 14 अपराधी ढेर किए गए हैं. इसमें असद और गुलाम को मिलाकर 5 मुसलमान शामिल हैं.