लखनऊ:पूरे देश में लगातार कोरोना का संक्रमण फैल रहा है और इससे उत्तर प्रदेश भी अछूता नहीं है. राजधानी लखनऊ में जिस तरह से लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़ रही है, ऐसे में भैंसा कुंड पर अंतिम संस्कार करने के लिए भी लोगों को लाइन लगानी पड़ रही है. इसके साथ ही टोकन भी बांटा जा रहा है.
राजधानी के भैंसा कुंड व गुलाला घाट पर लोगों को अंतिम संस्कार के लिए लाइन लगानी पड़ रही है. यहां पर दो विद्युत शवदाह गृह हैं, लेकिन एक खराब पड़ा है, जिसके कारण यहां पर लोगों को अपनी बारी का इंतजार करने के लिए 10 से 12 घंटे तक इंतजार करना पड़ रहा है. जहां स्वास्थ्य विभाग प्रतिदिन 5 से 6 मौतों की बात करता है, वहीं इन घाटों पर प्रतिदिन 20 से 25 डेड बॉडी का अंतिम संस्कार किया जा रहा है. इससे मौतों की भयावहता का अंदाजा लगाया जा सकता है. यहां पर जिस तरह से लोगों की भीड़ उमड़ रही है और लोगों को अपने परिजनों के अंतिम संस्कार के लिए घंटों लाइन में खड़ा होना पड़ रहा है, निश्चित रूप से यह दुखद है.
क्या कहते हैं अधिकारी
भैसा कुंड पर लगातार डेड बॉडी के लिए लगने वाली लाइन और टोकन बांटे जाने के सवाल पर अपर नगर आयुक्त अमित कुमार का कहना है कि दो दिन से लगातार भैंसा कुंड पर भीड़ आ रही है. एक दिन पूर्व यहां पर लगभग 24 डेड बॉडी का अंतिम संस्कार किया गया. उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से दो विद्युत शवदाह गृह हैं. अभी एक ही काम कर रहा है, जिसके कारण यहां पर भीड़ लगी. दूसरे विद्युत शवदाह गृह को चलाया जा रहा है. जल्द ही इस समस्या से निजात मिल सकेगी. इसके साथ ही यहां पर आने वाली डेड बॉडी को गुलाला घाट पर डाइवर्ट किया जा रहा है, जिससे कि यहां पर भीड़ न लग सके.
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अपर नगर आयुक्त अमित कुमार का कहना है कि विगत 24 घंटे से लखनऊ नगर निगम की टीम यहां पर लगी हुई है, जिससे यहां पर डेड बॉडी के लिए लगी लाइन को समाप्त किया जा सके. इसके साथ ही दूसरा विद्युत शवदाह गृह भी चलाया जा रहा है, जिससे यहां पर लाइन न लगने पाए.