लखनऊ:समाज में महिलाओं के प्रति बढ़ रहे अपराध और असुरक्षा के माहौल को देखते हुए तमाम तरह के कदम उठाए जा रहे हैं. इन सभी बातों को जानकर 'सेव द चिल्ड्रन संस्था ने हैशटैग लाइट अप हर लाइफ' कैंपेन की शुरुआत की है.
कैंपेन की जानकारी देतीं संस्था की सदस्य. सेव द चिल्ड्रेन संस्था की पहलइस कैंपेन में सेव द चिल्ड्रेन संस्था के साथ रेड ब्रिगेड संस्था और बच्चों के लिए काम करने वाली संस्था चाइल्ड लाइन भी शामिल हैं. इस आयोजन के बारे में सेव द चिल्ड्रेन संस्था के मैनेजर अंजली सिंह ने बताया कि 'हैशटैग लाइट अप हर लाइफ' कैंपेन महिलाओं और बच्चों के प्रति बढ़ रहे अपराधों को कम करने और उनको सुरक्षित महसूस करवाने के लिए है.
कुछ दिनों पहले हमने कुछ महिलाओं से बातचीत की थी, जिसमें हमने उनसे पूछा था कि उन्हें सबसे ज्यादा किस बात का डर लगता है. इस बात पर महिलाओं ने कहा था कि उन्हें पब्लिक ट्रांसपोर्ट में सफर करने और रात में घर से निकलने में डर लगता है, क्योंकि स्ट्रीटलाइट्स नहीं होती हैं.
आम अपनी पार्टी के प्रवक्ता और इस कैंपेन से जुड़े हुए वैभव महेश्वरी ने बताया कि महिलाओं की सुरक्षा को किसी भी एंगल से नकारा नहीं जा सकता है.ऐसा नहीं है कि सिर्फ पुलिस ही महिलाओं की सुरक्षा करने के लिए बनी है, बल्कि सरकार और समाज सहित सभी लोगों को अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी.
लखनऊ के चाइल्डलाइन संस्था की संगीता शर्मा ने बताया कि सेव द चिल्ड्रन संस्था के साथ चाइल्डलाइन संस्था हमेशा से जुड़ी रही है, क्योंकि चाइल्डलाइन का नाम आते ही हम जानते हैं कि छोटी- छोटी बच्चियों के साथ जब भी असॉल्ट होता है या वह किसी तरह की परेशानी में होती है तो वह हमें मदद के लिए बुलाती हैं. हम हर समय उनकी मदद को तैयार रहते हैं.
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महिलाओं ने बताया कि लोग उन्हें गलत निगाहों से देखते हैं और पब्लिक ट्रांसपोर्ट में भी उनके साथ कभी न कभी गलत हरकत की जाती है. इन सभी बातों की एक रिपोर्ट बनाकर हमें एचआरडी मिनिस्ट्री को दी है और तमाम राज्यों में सरकारों से बातचीत की है.
-अंजली सिंह, मैनेजर, सेव द चिल्ड्रन संस्था